‘काला–गोरा’ बताकर ट्रोल हुआ जबलपुर का नवविवाहित कपल, दिया शानदार जवाब- 'प्यार रंग नहीं, भरोसा देखता है'
जबलपुर के नवविवाहित कपल ऋषभ राजपूत और सोनाली चौकसे को सोशल मीडिया पर रंगभेदी टिप्पणियां करते हुए ट्रोल किया गया। यूजर्स ने उन्हें 'काला–गोरा कपल' कहा ...और पढ़ें

ऋषभ राजपूत व सोनाली चौकसे की शादी की तस्वीरें।
डिजिटल डेस्क, जबलपुर। सोशल मीडिया पर रंगभेदी टिप्पणियों की बौछार के बीच जबलपुर का नवविवाहित कपल ऋषभ राजपूत और सोनाली चौकसे ट्रोलर्स के निशाने पर था। लेकिन इस कपल ने न सिर्फ ट्रोलिंग का डटकर सामना किया, बल्कि ऐसा जवाब दिया जिसने हजारों लोगों का दिल जीत लिया।
लोगों ने कीं अजीबोगरीब टिप्पणियां
सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने उन्हें 'काला–गोरा कपल' कहकर टिप्पणी की, तो कुछ ने घिसी-पिटी धारणाओं पर उतरकर लिखा—लड़के के पास सरकारी नौकरी या ढेरों पेट्रोल पंप होंगे, तभी इतनी सुंदर लड़की ने शादी की होगी!

कपल ने दिया संयत, शानदार जवाब
लेकिन ऋषभ और सोनाली ने ट्रोलर्स की कड़वाहट के सामने प्यार, भरोसे और सम्मान का मीठा जवाब रखा। इस नवविवाहित युगल ने कहा कि रिश्ता विश्वास, सम्मान और नौ साल की गहरी दोस्ती पर बना है। ऋषभ कहते हैं कि लोग बाहर क्या कहते हैं, इससे हमें फर्क नहीं पड़ता।

भरोसे और सम्मान से बना रिश्ता
उन्होंने बताया कि 2014 में हवाबाग कॉलेज में एडमिशन के दौरान दोनों की मुलाकात हुई। दोस्ती इतनी मजबूत हुई कि सोनाली का ऋषभ के घर आना-जाना शुरू हो गया। और परिवारों ने भी इस रिश्ते को अपनाया।
कॉलेज दिनों में ही दोनों ने निश्चय कर लिया था कि नौकरी मिलते ही शादी करेंगे। 2020 में दोनों को हैदराबाद की एक MNC में नौकरी मिली और दिसंबर 2025 में उन्होंने हिंदू रीति-रिवाज से सात फेरे लिए।
दोनों की साधारण पृष्ठभूमि
गौरीघाट के रहने वाले ऋषभ राजपूत के पिता प्राइवेट नौकरी में हैं और मां शासकीय स्कूल से रिटायर्ड हैं। वहीं सोनाली चौकसे डिंडौरी की रहने वाली हैं। उनके पिता किसान हैं और मां गृहिणी हैं। दोनों साधारण परिवारों से हैं, लेकिन सोच बेहद मजबूत। ऋषभ कहते हैं— लोग क्या कहते हैं इससे फर्क नहीं पड़ता… फर्क पड़ता है कि हम एक-दूसरे को क्या समझते हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।