एस.के. सिंह, नई दिल्ली। यूरोप के औपनिवेशिक शासक एक संपन्न देश में आते हैं। धीरे-धीरे वहां का शासक बन जाते हैं और उस देश को अपना उपनिवेश बना लेते हैं। फिर उस देश के संसाधन अपने देश ले जाकर अपने हक में उनका इस्तेमाल करते हैं। इस प्रक्रिया में वह उपनिवेश जो पहले दुनिया के सबसे समृद्ध देशों में गिना जाता था, गरीब बन जाता है तथा उपनिवेश बनाने वाला देश और अधिक संपन्न हो जाता है।

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