'यह बहुत विनाशकारी होगा', चुनाव प्रणाली पर राहुल गांधी ने उठाया सवाल तो भड़के अजीत डोभाल
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने राहुल गांधी के चुनाव आयोग पर उठाए सवालों पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि दुष्प्रचार से संस्थानों की विश्वसनीयता कमजोर नहीं होनी चाहिए। डोभाल ने राष्ट्रीय संस्थानों की सुरक्षा और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने पुलिस बल में भ्रष्टाचार कम करने के लिए सख्त कदम उठाने का सुझाव दिया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर कथित रूप से चुनावों के अनुचित संचालन के हमलों के संदर्भ में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सूचना के दुष्प्रचार के खतरे की ओर इशारा किया और कहा इन संस्थानों की विश्वसनीयता को दुष्प्रचार, शत्रुतापूर्ण प्रचार या स्वार्थी राजनीतिक हितों द्वारा कमजोर नहीं होने देना चाहिए।
उन्होंने रक्षा बलों, न्यायपालिका, कैग या चुनावी प्रणाली को संभावित लक्ष्यों के रूप में सूचीबद्ध कर कहा-ये संस्थान पवित्र हैं।राष्ट्रीय एकता दिवस पर एनएसए डोभाल ने विकसित राष्ट्र के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए क्षमता निर्माण पर जोर दिया।
'यह बहुत विनाशकारी होगा'
उन्होंने कहा, ''यह बहुत विनाशकारी होगा'' और राष्ट्रीय संस्थानों की छवि की रक्षा के लिए सरकार द्वारा धारणा प्रबंधन और जागरूकता बढ़ाने के प्रयासों की आवश्यकता है। डिफाल्टर्स के सख्त प्रबंधन की सिफारिश करते हुए उन्होंने कहा, ''गलत लोगों का समर्थन या संरक्षण देना सबसे खराब गुणवत्ता का रूप है। गलत लोगों का समर्थन दंडनीय होना चाहिए।''
पुलिस बल में भ्रष्टाचार कम करने के उपायों पर एनएसए ने कहा कि उन्होंने एक बार सुझाव दिया था कि एक भ्रष्ट पुलिसकर्मी के तत्काल वरिष्ठ अधिकारी के रिकार्ड में एक प्रतिकूल प्रविष्टि की जा सकती है।
भ्रष्टाचार कम से कम 50 प्रतिशत तक कम हो जाए क्योंकि तब यह उसके हित में है कि उसके नीचे के लोग स्पष्ट रूप से भ्रष्ट न हों।

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