भारत पर 'लोन वुल्फ' अटैक करना चाहता है अल कायदा, सुरक्षा एजेंसियां हुईं चौकन्नी
अल कायदा भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देने में विफल रहने के बाद अब 'लोन वुल्फ' हमलों की साजिश रच रहा है। संगठन ने उत्तर प्रदेश के असीम उमर को भारत में ऑपरेशन के लिए नियुक्त किया है। सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और मामले की जांच कर रही हैं। ऑनलाइन प्रोपेगैंडा से प्रभावित युवाओं को उकसाया जा सकता है।

अल कायदा ने उत्तर प्रदेश के असीम उमर को नियुक्त किया (प्रतीकात्मक तस्वीर)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में आतंकी हमलों के नापाक मंसूबे पूरे न कर पाने से अल कायदा (एक्यूआईएस) में झुंझलाहट मची हुई है। इसके चलते ये संगठन अब ऐसे कट्टरपंथी तैयार कर रहा है, जो अकेले (लोन वुल्फ) ही आतंकी हमलों को अंजाम दे सकें। इस सूचना पर सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हो गई हैं।
एजेंसियों के मुताबिक संगठन ने भारत में आपरेशन के लिए उत्तर प्रदेश के असीम उमर को नियुक्त भी कर दिया है। एशिया में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए 2014 में एक्यूआइएस का गठन किया गया था। इसके निशाने पर भारत मुख्य रूप से था। उसने उत्तर प्रदेश, दिल्ली और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में अपना माड्यूल तैयार करने का प्रयास किया था। माड्यूल बने, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता की वजह से ये अपने नापाक मंसूबों में सफल नहीं हो पाए।
इस्लामिक स्टेट के पैटर्न पर करता है काम
एक्यूआइएस कमोबेश इस्लामिक स्टेट (आइएस) के पैटर्न पर काम करता है। आइएस भी लोन वुल्फ हमलों को तरजीह देता है। इसके पीछे कारण ये है कि ये निवेश मुक्त रणनीति है और साथ ही आतंकियों का पता लगाना भी कठिन होता है। पिछले दिनों पुणे में महाराष्ट्र एटीएस ने जिस साफ्टवेयर इंजीनियर जुबैर हंगरगेकर को गिरफ्तार किया था, उससे स्पष्ट संकेत मिलता है एक्यूआइएस लोगों को लोन वुल्फ बनने के लिए उकसा रहा है।
अभी एटीएस उसके एक्यूआइएस से जुड़ाव के बारे में और पड़ताल कर रही है और ये पता लगा रही है कि क्या वह दूसरों को कट्टरपंथी बनाने में भी शामिल है। प्रथम²ष्ट्या यही सामने आया है कि वह अकेले काम कर रहा था। छापे के दौरान उसके ठिकाने से एके-47 राइफल के साथ उसकी तस्वीर मिली है। एक तस्वीर में वह बम बनाते हुए दिख रहा है।
एटीएस ने पाया कि वह अपनी नौकरी से अच्छी खासी कमाई कर रहा था, लेकिन उसे एक्यूआइएस के आनलाइन प्रोपेगैंडा के जरिये कट्टरपंथी बनाया गया था, जिसके बाद उससे हमले कराए जाते। इंटेलिजेंस ब्यूरो के मुताबिक ओसामा बिन लादेन के समय से ही भारत में अल कायदा ने जड़ें जमानी शुरू कर दी थीं। इसकी विचारधारा उत्तर, दक्षिण और पूर्वोत्तर राज्यों तक देखी जाती है। ऐसे में आनलाइन प्रोपेगैंडा से प्रभावित युवाओं को उकसाया जा सकता है।
(न्यूज एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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