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    'अभी खत्म नहीं हुई हमारी लड़ाई', अमित शाह की हुंकार; कहा- बेकार नहीं जाएगा बलिदान

    By Agency Edited By: Sachin Pandey
    Updated: Tue, 22 Oct 2024 12:11 AM (IST)

    Amit Shah पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर एक समारोह को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 10 वर्षों में हमारे सुरक्षा बलों की लगन और कार्यकुशलता के कारण जम्मू-कश्मीर पूर्वोत्तर और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में अपेक्षाकृत शांति स्थापित हुई है। हालांकि हमारी लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सुरक्षाकर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।

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    अमित शाह ने राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि दी। (Photo- ANI)

    पीटीआई, नई दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि भले ही जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर और नक्सल प्रभावित इलाकों में अपेक्षाकृत शांति स्थापित हो गई हो, लेकिन आतंकवाद, घुसपैठ और धार्मिक भावनाएं भड़काने की साजिशों के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।

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    पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर एक समारोह को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और देश निश्चित रूप से 2047 तक पूर्ण विकसित राष्ट्र बन जाएगा।

    (पुलिस स्मृति दिवस के मौके पर राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर अमित शाह। Photo- ANI)

    'खत्म नहीं हुई है लड़ाई'

    गृह मंत्री ने कहा, 'पिछले 10 वर्षों में हमारे सुरक्षा बलों की लगन और कार्यकुशलता के कारण जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में अपेक्षाकृत शांति स्थापित हुई है। हालांकि, हमारी लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है।'

    उन्होंने कहा, 'हम ड्रोन, मादक पदार्थों के व्यापार, साइबर अपराध, ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिये अशांति फैलाने की कोशिश, धार्मिक भावनाओं को भड़काने की साजिश, घुसपैठ, अवैध हथियारों की तस्करी और आतंकवाद जैसे उभरते खतरों के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे। ये ऐसी चुनौतियां हैं, जिनका हमें वर्तमान समय में सामना करना पड़ रहा है।'

    व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान: अमित शाह

    शाह ने कहा कि आजादी के बाद से अब तक 36,438 पुलिसकर्मियों ने देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है, जिनमें से 216 ने पिछले साल अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। हमारा देश विकास की यात्रा में उनके बलिदान के लिए हमेशा ऋणी रहेगा। मैं उनके स्वजन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। देश सुरक्षित रहेगा और किसी भी चुनौती के बावजूद अपने लक्ष्य को प्राप्त करेगा। भारत निश्चित रूप से 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बन जाएगा।

    (अमित शाह ने कर्तव्य निभाते हुए शहीद हुए पुलिस कर्मियों को पुष्पांजलि अर्पित की। Photo- ANI)

    एक जुलाई से लागू हुए तीन नए आपराधिक कानूनों का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि नए कानूनों के क्रियान्वयन के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित करने का काम पांच साल पहले शुरू हो गया था। शेष काम अगले तीन वर्षों में पूरा हो जाएगा। मैं देश को बताना चाहता हूं कि भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली दुनिया में सबसे आधुनिक होगी और एफआईआर दर्ज होने के तीन साल के भीतर न्याय दिया जा सकेगा।

    बलिदानियों को दी श्रद्धांजलि

    एएनआई के अनुसार, गृह मंत्री शाह ने सोमवार को राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उपस्थित लोगों से उन्होंने कहा कि आज हम सभी देश की आंतरिक सुरक्षा और देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्र हुए हैं। खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन कुमार डेका ने भी राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की।