अरुणाचल में ऑस्ट्रेलियाई राजदूत के दौरे से चीन को कड़ा संदेश, बढ़ सकती है ड्रैगन की टेंशन
ऑस्ट्रेलिया के राजदूत फिल ग्रीन ने अरुणाचल प्रदेश का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के सीएम प्रेमा खांडू से भी मुलाकात की। इस दौरे को लेकर फिल ग्रीन ने कहा कि मैं यहां सीखने और यह देखने के लिए आया हूं कि हम कैसे दोनों देशों के बीच संबंधों को और गहरा कर सकते हैं। साथ ही मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू के साथ नए सिरे से परिचय भी हुआ।’
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भले ही अरुणाचल प्रदेश पर चीन अपना अधिकार जमाता है, लेकिन दुनिया इससे भारत का अभिन्न हिस्सा के रूप में ही देखती है। रविवार को भारत में ऑस्ट्रेलिया के राजदूत फिल ग्रीन ने अरुणाचल प्रदेश का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के सीएम प्रेमा खांडू से भी मुलाकात की।
फिल ग्रीन ने दौरे को लेकर क्या कहा?
ऑस्ट्रेलियाई राजदूत ने अरुणाचल प्रदेश का दौरा करने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘अरुणाचल प्रदेश में लैंड हुआ हूं। यह 18वां भारतीय राज्य है, जिसका मैंने अपने कार्यकाल के दौरान दौरा किया है। यहां सीखने और यह देखने के लिए आया हूं कि हम कैसे संबंधों को और गहरा कर सकते हैं। साथ ही मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू के साथ नए सिरे से परिचय भी हुआ।’मुमकिन है कि ऑस्ट्रेलिया के राजदूत के अरुणाचल दौरे पर चीन प्रतिक्रिया दे सकता है। बता दें कि चीन की नापाक चाल पर लगाम लगाने के लिए बने क्वाड समूह का ऑस्ट्रेलिया भी हिस्सा है।
Landed in Arunachal Pradesh - the 18th Indian state that I’ve visited during my assignment so far. Here to learn, and to see how we can deepen relations. Also to renew acquaintance with Chief Minister Pema Khandu. @PemaKhanduBJP @ArunachalCMO #ArunachalPradesh @AusCGKolkata
— Philip Green OAM (@AusHCIndia) October 6, 2024
अरुणाचल की एक चोटी के नामकरण पर भड़का था चीन
पिछले कुछ दिनों पहले जब भारतीय पवर्ताराहियों ने अरुणाचल प्रदेश के एक पर्वत का नाम छठे दलाई लामा के नाम पर रखा तो चीन आग बबूला हो उठा। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड एडवेंचर स्पोर्ट्स (NIMAS) की एक टीम ने अरुणाचल प्रदेश में 20,942 फीट ऊंची एक अनाम चोटी पर चढ़ाई की थी और इसे छठे दलाई लामा त्सांगयांग ग्यात्सो के नाम पर रखने का फैसला लिया। NIMAS रक्षा मंत्रालय के अधीन काम करता है।
चीन ने इस फैसले पर नाराजगी जाहिर की थी। चीन इस राज्य को जंगनान कहता है।