25 मिनट में 20 किमी. दूरी तय कर ट्रांसपोर्ट किया ऑर्गन, बेंगलुरु मेट्रो ऐसे बनी जिंदगी बचाने का जरिया
बेंगलुरु मेट्रो ने एक दान किए गए हृदय को केवल 25 मिनट में रागीगुड्डा से बोम्मासंद्रा पहुंचाकर जीवन रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नारायण हेल्थ सिटी के लिए यह त्वरित परिवहन बीएमआरसीएल के समन्वय से संभव हुआ। अस्पताल ने अंगदान करने वाले परिवार के प्रति आभार व्यक्त किया, जिनके निर्णय से एक और जीवन को नई आशा मिली।

मेट्रो ने बचाई जान। (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बेंगलुरु मेट्रो जीवन बचाने का जरिया बनी है। नम्मा मेट्रो ने दान किए गए हार्ट को मात्र 25 मिनट में पहुंचाया। शाम के समय शहर के ट्रैफिक की हालत किसी से छिपी नहीं है, ऐसे में मेट्रो लाइफसेविंग बनकर सामने आई।
नारायण हेल्थ सिटी के लिए निर्धारित हृदय को चिकित्सकीय देखरेख में येलो लाइन पर रागीगुड्डा मेट्रो स्टेशन से बोम्मासंद्रा तक पहुंचाया गया और यह लगभग 20 किलोमीटर की दूरी रिकॉर्ड समय में तय की गई। अस्पताल के अनुसार, इस त्वरित स्थानांतरण से यह सुनिश्चित हुआ कि प्रत्यारोपण टीम को अंग सुरक्षित रखने की महत्वपूर्ण अवधि के भीतर ही प्राप्त हो गया।
बीएमआरसीएल ने ऐसे दिया टास्क को अंजाम
नारायण हेल्थ के प्रेस नोट के अनुसार, प्रत्यारोपण टीम रागीगुड्डा मेट्रो स्टेशन से शाम 7:32 बजे येलो लाइन पर सवार हुई और शाम 7:55 बजे बोम्मासंद्रा पहुंची। यह यात्रा मात्र 25 मिनट में पूरी हुई, जो शाम के व्यस्त समय में सड़क यात्रा में लगने वाले समय का एक अंश मात्र है।
बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीएमआरसीएल) ने स्टेशन कर्मचारियों, सुरक्षा टीमों और ट्रेन ऑपरेटरों के साथ समन्वय करके निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित की। नारायण हेल्थ ने अपने नोट में इस बात को दोहराया: "हृदय प्रत्यारोपण में समय पर परिवहन महत्वपूर्ण है, जहां हर मिनट अंग की व्यवहार्यता और प्रक्रिया की सफलता को बहुत प्रभावित करता है।"
डोनर के परिवार के प्रति भी किया गया आभार व्यक्त
अस्पताल के नोट में डोनर के परिवार के प्रति भी आभार व्यक्त किया गया है, जिन्होंने इस अत्यंत दुःख की घड़ी में अंगदान का जीवनदायी निर्णय लिया। इसमें लिखा था: "उनके करुणामयी कार्य ने एक और व्यक्ति को जीवन का एक नया अवसर दिया है।"

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