बिहार में वोट देने जाएंगे केरल में रहने वाले प्रवासी मजदूर, लोकतंत्र के पर्व में लेंगे हिस्सा
केरल में रहने वाले बिहार के प्रवासी मजदूर अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए बिहार वापस जाएंगे। वे लोकतंत्र के इस महापर्व में सक्रिय रूप से भाग लेंगे और मतदान करेंगे।

बिहार में वोट देने जाएंगे केरल में रहने वाले प्रवासी मजदूर (फाइल)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केरल में काम करने वाले बिहार के प्रवासी मजदूर वैसे तो हर साल दिवाली और छठ पूजा पर अपने राज्य जाते ही हैं, लेकिन इस बार कई मजदूर लोकतंत्र के पर्व में हिस्सा लेने के उद्देश्य से भी सैकड़ों मील की दूरी तय कर अपने राज्य जाएंगे।
हैरानी की बात है कि कई प्रवासी मजदूर नतीजों के डर से अपनी राय जाहिर करने के लिए नाम नहीं छापने का अनुरोध कर रहे हैं। औरंगाबाद जिले का एक मजदूर अपने परिवार के साथ अलुवा में रहता है। नाम नहीं छापने की शर्त पर उसने बताया कि वह अगले सप्ताह वोट देने के लिए घर लौटेगा। उसने कहा कि वह भाजपा का समर्थन करता है। वह चाहता है कि भाजपा राज्य में अकेले शासन करे और पार्टी का मुख्यमंत्री हो।
वोट डालने बिहार जाएंगे केरल के प्रवासी मजदूर
उसने कहा, मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कट्टर समर्थक हूं। जदयू और राजद के शासन में बिहार भ्रष्टाचार से ग्रस्त रहा है। यह तभी खत्म होगा, जब भाजपा पूरी तरह सत्ता में आएगी। मुझे उम्मीद है कि इस बार ऐसा होगा।
बड़ी संख्या में प्रावसी मजदूरों के बिहार लौटने की उम्मीद
सेंटर फार माइग्रेशन एंड इन्क्लूसिव डेवलपमेंट (सीएमआइडी) के सह-संस्थापक बिनय पीटर ने बताया कि केरल में बिहार के प्रवासी मजदूर ज्यादातर भारी और मध्यम उद्योगों में कार्यरत हैं। बिहार के प्रवासी श्रमिक आमतौर पर हर साल छठ पूजा के दौरान घर लौटते हैं। इस बार बिहार से बड़ी संख्या में प्रवासी कामगारों के वोट डालने के लिए घर जाने की उम्मीद है।
(समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
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