CG News: बिलासपुर ट्रेन हादसे की जांच में बड़ा खुलासा, गंभीर लापरवाही आई सामने; 6 महीने से खराब था कैमरा
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मेमू-मालगाड़ी हादसे की जांच में रेल प्रशासन की बड़ी चूक सामने आई है। मेमू इंजन का कैमरा छह महीने से खराब था, जिसे बदलने का प्रस्ताव अकाउंट सेक्शन ने रोक दिया था। कैमरे के सही होने पर हादसे की वास्तविक तस्वीरें मिल सकती थीं। दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 12 हो गई है। जांच में पता चला कि मोटर कोच में कैमरा ही नहीं था।
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बिलासपुर ट्रेन हादसा जांच में कैमरा फेल (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मेमू-मालगाड़ी हादसे की जांच के दौरान रेल प्रशासन की बड़ी चूक सामने आई है। मेमू इंजन में लगा कैमरा पिछले छह महीने से खराब था। इलेक्टि्रक विभाग ने कैमरा बदलने का प्रस्ताव पहले ही भेजा था, लेकिन दक्षिण-पूर्व-मध्य रेलवे के अकाउंट सेक्शन ने उसे बिना किसी कारण रोक दिया।
यदि कैमरा सही स्थिति में होता तो हादसे की वास्तविक तस्वीरें प्राप्त की जा सकती थीं। इस हादसे में लोको पायलट सहित मरने वालों की संख्या 12 हो गई है। सोमवार को एक अन्य घायल ने दम तोड़ दिया।मेमू ट्रेन के मोटर कोच में लगे कैमरे के खराब होने के कारण उसे छह माह पहले हटा दिया गया था।
लगाए जाने थे नए कैमरे
इसके स्थान पर नए कैमरे लगाए जाने थे। सुरक्षा के दृष्टिकोण से इंजन और सभी कोच में कैमरे की आवश्यकता होती है, जो कोच के अंदर की गतिविधियों और इंजन के सामने की स्थिति को रिकार्ड करते हैं। चार नवंबर को लालखदान ओवरब्रिज के पास मेमू और मालगाड़ी की टक्कर की जांच शुरू हुई तो सबसे पहले इंजन के कैमरे की तलाश की गई। यह सामने आया कि मोटर कोच में कैमरा ही नहीं था।

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