छत्तीसगढ़ः दीवाली पर हादसे का शिकार हुई 10 साल की मासूम बच्ची, आंख में घंटी घुसने के बाद AIIMS में भर्ती
दिवाली की रात बिलासपुर में 10 वर्षीय काव्या सिंह के साथ एक दर्दनाक हादसा हुआ। पूजा के दौरान खेलते समय वह फिसल गई और एक पूजा की घंटी उसकी आंख में घुसकर मस्तिष्क तक पहुंच गई। उसे पहले सिम्स और फिर रायपुर एम्स ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने सर्जरी कर घंटी निकाली। हालांकि, इस घटना से उसकी एक आंख खराब हो गई है और मस्तिष्क पर भी असर पड़ा है। उसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।

10 साल की बच्ची की आंख के रास्ते दिमाग में घुसी पूजा की घंटी। फाइल फोटो
डिजिटल डेस्क, बिलासपुर। दिवाली की रात 10 साल की एक बच्ची के साथ दर्दनाक हादसा हो गया। जब घर वाले दिवाली की पूजा कर रहे थे, उस दौरान एक मासूम बच्ची खेलते खेलते अचानक फिसल कर गिर गई। गिरते समय उसकी आंख में पूजा करने वाली घंटी घुस गईं, जो सीधे आंख को चिरते हुए मस्तिक में घुस गई।
बच्ची को नाजुक अवस्था में देर रात सिम्स लाया गया था, जहां इलाज के बाद उसकी गंभीर हालत को देखते हुए तत्काल रायपुर एम्स रिफर कर दिया गया। एम्स अस्पताल में डाक्टरों की विशेष टीम उसका इलाज कर रही है।
कैसे हुआ हादसा?
मस्तूरी निवासी दीपक सिंह अपने परिवार के साथ 20 अक्टूबर की रात पूजा कर रहेगा थे। जहां पर ही उनकी दस साल की बेटी काव्या सिंह खेल रही थी और इसी समय काव्या पूजास्थल के पास आकर खेलने लगी और अचानक ही उसका पैर फिसल गया। काव्या के गिरने पर नीचे रखी पूजा करने वाली घंटी आंख में घुस गई और देखते ही देखते दिवाली की खुशी गमगीन हो गई।
डॉक्टरों ने सिर से निकाली पूजा की घंटी
इस घटना से पूरे घर में हड़कंप मच गया। इसके बाद उसे नजदीक के अस्पताल में लाया गया, जहां से उसे सिम्स रेफर किया गया। सिम्स में उसकी हालत को देखते हुए तत्काल इलाज करते हुए एम्स रायपुर भेजा गया। एम्स में डॉक्टरों ने सर्जरी करके घंटी को निकाला है।
हालांकि, घंटी का सिरा मस्तिक तक पहुंच गया था, जिससे दिमाग पर असर पड़ा है, साथ ही काव्या एक आंख खराब हो गई है। काव्या का इलाज अभी भी चल रहा है और उसकी हालत में कोई सुधार नहीं देखने को मिला है।
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