PM मोदी-चिनफिंग की बैठक पर चीन का रिएक्शन, जानिए अब क्या बोल गया ड्रैगन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की बहुप्रतीक्षित बैठक बुधवार देर शाम रूस के शहर कजान में संपन्न हुई। यह दोनों नेताओं की नवंबर 2019 के बाद पहली द्विपक्षीय प्रतिनिधि स्तर की बैठक थी जिसमें भारत-चीन के बीच स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की गई। इस बैठक के बाद चीन का रिएक्शन भी आया है।
पीटीआई, बीजिंग। चीन ने गुरुवार को कहा कि रूस के शहर कजान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच हुई बैठक बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने के लिए महत्वपूर्ण साझा समझ बनी है।
संबंधों को विकास के पथ पर वापस लाने पहल
एक प्रेसवार्ता में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा, 'उन्होंने भारत-चीन संबंधों में सुधार व विकास के लिए महत्वपूर्ण साझा समझ बनाई और द्विपक्षीय संबंधों को विकास के पथ पर वापस लाने की दिशा तय की।'
चीन भारत के साथ काम करने को तैयार
बैठक के परिणाम से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय रिश्तों को रणनीतिक एवं दीर्घकालिक नजरिये से देखने व संभालने के लिए चीन भारत के साथ काम करने को तैयार है।
द्विपक्षीय रिश्तों को विकास के मार्ग पर लाने की तैयारी
साथ ही विभिन्न स्तरों पर वार्ता के जरिये संचार व सहयोग बढ़ाने, परस्पर रणनीतिक विश्वास में वृद्धि, मतभेदों से उचित तरीके निपटने और द्विपक्षीय रिश्तों को जल्द से जल्द विकास के मार्ग पर लाने के लिए भी तैयार है।सफल रही पीएम मोदी और शी चिनफिंग की मुलाकात
उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं ने कुछ मतभेदों के समग्र संबंधों को प्रभावित करने से बचने और क्षेत्रीय व वैश्विक शांति बनाए रखने एवं विश्व में बहुलता की ओर बढ़ने में योगदान देने पर भी सहमति जताई।संबंधों में सुधार के लिए मोदी की ओर से सुझाव देने संबंधी मीडिया रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर लिन ने कहा, 'दोनों देशों का विचार था कि यह बैठक रचनात्मक रही और इसका काफी महत्व है।'