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    भारत को फिर से रेयर अर्थ मैग्नेट देने के लिए तैयार चीन, चार कंपनियों को आयात का दिया लाइसेंस

    By RAJEEV KUMAREdited By: Abhishek Pratap Singh
    Updated: Thu, 30 Oct 2025 10:00 PM (IST)

    चीन भारत को फिर से रेयर अर्थ मैग्नेट देने के लिए तैयार हो गया है। विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि चार भारतीय कंपनियों को आयात लाइसेंस मिलेगा, जिससे इलेक्ट्रिक वाहन और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग को राहत मिलेगी। भारत सरकार रेयर अर्थ मैग्नेट के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए 7000 करोड़ रुपये की योजना भी ला रही है।

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    रेयर अर्थ मैग्नेट को तैयार चीन। (फाइल फोटो)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चीन भारत को फिर से रेयर अर्थ मैग्नेट देने के लिए तैयार हो गया है। चीन फिलहाल भारत की चार कंपनियों को रेयर अर्थ के आयात का लाइसेंस देने के लिए राजी हो गया है। इस बात की पुष्टि विदेश मंत्रालय की तरफ से की गई है।

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    इससे इलेक्ट्रिक वाहनों से लेकर स्मार्टफोन व अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम में इस्तेमाल होने वाले रेयर अर्थ मैग्नेट की किल्लत जल्द ही दूर हो सकती है। विदेश व्यापार महानिदेशालय और विदेश मंत्रालय की मदद से 50 से अधिक कंपनियों ने चीन से रेयर अर्थ मैग्नेट का लाइसेंस हासिल करने के लिए आवेदन किया था। इस साल अगस्त आखिर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चीन दौरे के बाद रेयर अर्थ की सप्लाई चीन की तरफ से फिर से शुरू होने की उम्मीद की जा र ही थी।

    भारत सरकार लेकर आ रही है ये स्कीम

    अमेरिका की तरफ से व्यापार नीति में बदलाव के बाद चीन ने भारत समेत कई देशों में रेयर अर्थ मैग्नेट की सप्लाई पर रोक लगा दी थी। इससे भारत में मुख्य रूप से इलेक्ट्रॉनिक्स व इलेक्ट्रिक वाहनों का उत्पादन प्रभावित होने की आशंका पैदा हो गई थी। हालांकि भारत सरकार रेयर अर्थ मैग्नेट के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए स्कीम भी ला रही है। यह स्कीम 7000 करोड़ रुपए से अधिक की होगी। रेयर अर्थ मैग्नेट की पूरी सप्लाई चेन घरेलू स्तर पर तैयार करने के लिए सरकार इस स्कीम को ला रही है।

    इन कंपनियों को दिया लाइसेंस

    सूत्रों के मुताबिक चीन ने भारत की जिन चार कंपनियों को आयात का लाइसेंस दिया है उनमें जय उशीन लिमिटेड, दि डायमंड इलेक्टि्रक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, कंटिनेंटल एजी और हिताची अस्टेमो शामिल है। भारी उद्योग मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चीन के इस फैसले से इलेक्ट्रिक वाहन व इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ सुरक्षा सेक्टर के कई आइटम से जुड़े कंपोनेंट को बनाने में आसानी होगी। यह हमारे मैन्यूफैक्चरिंग उद्योग के लिए बड़ी राहत है।

    इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी के मुताबिक वैश्विक स्तर पर रेयर अर्थ मैग्नेट के कुल उत्पादन में चीन की हिस्सेदारी 61 प्रतिशत है। वहीं रेयर अर्थ की प्रोसेसिंग में चीन की हिस्सेदारी 92 प्रतिशत है। इस साल आरंभ में चीन और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों में खटास आने के बाद चीन अमेरिका को सप्लाई होने वाले रेयर अर्थ पर पूरी तरह से रोक लगाना चाहता था। चीन को इस बात की आशंका थी कि भारत में रेयर अर्थ की सप्लाई जारी रही तो भारत उस रेयर अर्थ को अमेरिका को भी दे सकता है।

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