कोल्ड्रिफ कफ सीरप मामला: क्यों रंगनाथन को गुपचुप तरीके से छिंदवाड़ा लेकर आई SIT? 24 बच्चों की मौत का आरोपी है श्रीसन फार्मास्युटिकल का मालिक
मध्य प्रदेश में कोल्ड्रिफ कफ सीरप मामले की जांच कर रही एसआईटी ने श्रीसन फार्मास्युटिकल के मालिक जी. रंगनाथन को सुरक्षा कारणों से गुप्त रूप से चेन्नई से नागपुर और फिर परासिया ले जाया। कोर्ट में पेशी के दौरान हंगामे के बाद पुलिस को हमले का इनपुट मिला था। एसआईटी को चेन्नई से कुछ अहम दस्तावेज मिले हैं, जिनके आधार पर वह आरोपियों के खिलाफ मजबूत केस बनाने की कोशिश कर रही है।
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हमले का डर इसलिए गोपनीय तरीके से रंगनाथन को छिंदवाड़ा लाई SIT (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में कोल्ड्रिफ कफ सीरप प्रकरण की जांच में एसआईटी फूंक-फूंककर कदम रख रही है। 24 बच्चों की मौत के बाद आरोपितों के खिलाफ लोगों में गुस्सा है, इसलिए इस बार एसआईटी गुपचुप तरीके से श्रीसन फार्मास्युटिकल के मालिक जी. रंगनाथन को लेकर चेन्नई गई।
इसी तरह, शुक्रवार रात एसआईटी उसे लेकर गुपचुप वापस भी आ गई। उसे चेन्नई से फ्लाइट से नागपुर लाया गया और सड़क मार्ग से सीधे परासिया ले जाया गया। बताया जाता है कि पुलिस को उस पर हमले का इनपुट मिला था।
कोर्ट परिसर में हुई थी धक्का-मुक्की
बता दें कि 10 अक्टूबर को रंगनाथन को परासिया कोर्ट में पेश किया गया था। उस समय मृतक बच्चों के स्वजन के अलावा बड़ी संख्या में भीड़ कोर्ट परिसर में मौजूद थी। उस समय रंगनाथन के साथ धक्का-मुक्की की गई। उसके खिलाफ फांसी दो के नारे भी लगे थे। पुलिस ने किसी तरह उसे सुरक्षित निकाल लिया था।
न्यायालय ने उसे 20 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड में भेज दिया था। हाल ही में केमिस्ट एनालिस्ट के. माहेश्वरी को भी छिंदवाड़ा में गुपचुप तरीके से लाया गया था। प्रकरण में एसआइटी को चेन्नई से अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं, जो इस जांच को आगे बढ़ाने में मददगार साबित हो सकते हैं। एसआइटी अब इन्हीं दस्तावेज और साक्ष्यों के आधार पर मजबूत केस तैयार कर रही है, ताकि कोर्ट में आरोपितों को सजा दिलाई जा सके।
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