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    'छात्रों को लूट कर भाग रहे निजी कोचिंग संस्थान', कांग्रेस बोली- इन पर नकेल कसे केंद्र सरकार

    पार्टी ने कहा कि कोचिंग संस्थान मुनाफाखोरी कर छात्रों व उनके अभिभावकों की मेहनत की कमाई लूट रहे हैं। सरकारी शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा गुणवत्ता स्तर में गिरावट को निजी कोचिंग संस्थानों के फलने-फूलने की बड़ी वजह बताते हुए पार्टी ने इन संस्थानों को मजबूत किए जाने की पैरोकारी की। साथ ही कहा कि देश के युवाओं को उज्ज्वल भविष्य का सपना बेचा जा रहा है।

    By Sanjay Mishra Edited By: Jeet Kumar Updated: Sun, 16 Feb 2025 06:03 AM (IST)
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    'छात्रों को लूट कर भाग रहे निजी कोचिंग संस्थान'- कांग्रेस

     जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस ने देश भर में कोचिंग संस्थानों द्वारा आम आदमी-मध्यम वर्ग परिवारों का करोड़ों रूपए लेकर भागने और उनके बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने पर गंभीर चिंता जताते केंद्र सरकार से ऐसे कोचिंग संस्थानों पर नकेल कसने की मांग की है।

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    अभिभावकों की मेहनत की कमाई लूट रहे कोचिंग सेंटर

    पार्टी ने कहा कि कोचिंग संस्थान मुनाफाखोरी कर छात्रों व उनके अभिभावकों की मेहनत की कमाई लूट रहे हैं। सरकारी शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा गुणवत्ता स्तर में गिरावट को निजी कोचिंग संस्थानों के फलने-फूलने की बड़ी वजह बताते हुए पार्टी ने इन संस्थानों को मजबूत किए जाने की पैरोकारी की।

    राजधानी दिल्ली सहित देश के कई शहरों में हाल के दिनों में नामी गिरामी कोचिंग संस्थान के छात्रों से लाखों की फीस लेकर अचानक सेंटर बंद कर भाग जाने की बढ़ती घटनाओं पर कांग्रेस की ओर से पार्टी कार्यसमिति के सदस्य कन्हैया कुमार ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस करते हुए इस पर चिंता जताई।

    साथ ही कहा कि देश के युवाओं को उज्ज्वल भविष्य का सपना बेचा जा रहा है और कोचिंग संस्थानों की बाढ़ आई हुई है क्योंकि सरकारी संस्थानों को कमजोर बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल में अच्छी पढ़ाई नहीं होगी, सरकारी अस्पताल में बेहतर इलाज नहीं होगा तो स्वाभाविक रूप से ये कमजोर होंगे और उनकी जगह निजी संस्थानों का कारोबार आगे बढ़ेगा।

    हर 24 घंटे में करीब 28 छात्र आत्महत्या कर रहे

    कोचिंग संस्थानों ने शिक्षा को मुनाफे का कारोबार बना दिया है जिसमें सरकार और बाजार के बीच देश के विद्यार्थी व नागरिक पिस रहे हैं। अनुचित प्रतिस्पर्धा की संस्कृति के लिए सरकार और बाजार को जिम्मेदार ठहराते हुए कन्हैया ने कहा कि देश के युवा इस कदर हताश हो चुके हैं कि हर 24 घंटे में करीब 28 छात्र आत्महत्या कर रहे हैं।

    छात्रों की आत्महत्या रोकने के लिए काम करना होगा

    युवाओं को अपने सपनों को पूरा करने के लिए पर्याप्त अवसर नहीं हैं। छात्रों की आत्महत्या रोकने के लिए यूपीए सरकार के समय किसी छात्र को पास व फेल करने की बजाय ग्रेड देने के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि आज इस पर चर्चा नहीं होती है कि सीटें कितनी हैं, पारदर्शी रूप से परीक्षाएं कितनी होती हैं, रोजगार के अवसर कितने उत्पन्न हो रहे हैं।

    कोचिंग संस्थानों के धंधे को रेगुलेट किया जाना बहुत जरूरी

    कन्हैया ने कहा कि कांग्रेस की मांग की कि निजी कोचिंग संस्थानों के लिए नियम बनाए जाएं ताकि वे आम परिवारों के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न कर सकें। देश में आइएएस, इंजीनियर-डॉक्टर बनाने के निजी कोचिंग संस्थानों के धंधे को रेगुलेट किया जाना बहुत जरूरी है।