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    दिल्ली ब्लास्ट मामले में बड़ा एक्शन, अल फलाह यूनिवर्सिटी के चांसलर की इंटेलीजेंस ने मांगी रिपोर्ट

    Updated: Sat, 15 Nov 2025 11:18 PM (IST)

    दिल्ली के लाल किले के पास कार धमाके के बाद अल फलाह यूनिवर्सिटी के चांसलर जवाद अहमद सिद्दीकी जांच के दायरे में हैं। खुफिया विभाग ने जवाद के बारे में रिपोर्ट मांगी है, जिनका परिवार पहले करोड़ों के घोटाले में आरोपित रहा है। जवाद की यूनिवर्सिटी के कुछ डॉक्टर गिरफ्तार हुए हैं। जवाद पर चिटफंड कंपनी के माध्यम से घोटाला करने का आरोप है और उनके परिवार की पृष्ठभूमि भी जांच के दायरे में है।

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    अल फलाह यूनिवर्सिटी।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में लाल किला के पास कार में धमाके के बाद महू के सिद्दीकी परिवार पर जांच एजेंसियों की निगाहें हैं। फरीदाबाद के अल फलाह यूनिवर्सिटी के चांसलर जवाद अहमद सिद्दीकी को लेकर इंटेलीजेंस ने रिपोर्ट मांगी है। जवाद का परिवार करोड़ों के घोटाले में आरोपित रहा है।

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    मूलत: महू निवासी जवाद अहमद सिद्दीकी की यूनिवर्सिटी के कई डॉक्टर कार धमाका मामले में गिरफ्तार किए गए हैं। इसके बाद जवाद की जानकारी जुटाई जाने लगी है। पुलिस मुख्यालय भेजी रिपोर्ट में बताया गया कि महू में रहते करीब तीन दशक पहले जवाद ने अल फलाह इन्वेस्टमेंट कंपनी बनाकर करोड़ों रुपये का घोटाला किया था।

    चिटफंड कंपनी के माध्यम से किए इस घोटाले में जवाद ने छोटे भाई हमाद के नाम का इस्तेमाल किया था। जवाद के पिता मौलाना हम्माद सिद्दीकी की दो पत्नियां थीं। एक पत्नी से जवाद व हमाद तथा दूसरी पत्नी से अफ्कान सिद्दीकी और एक अन्य संतान है। अफ्कान पर हत्या का आरोप लग चुका है।

    रिपोर्ट के अनुसार, जवाद ने 1993 में महू छोड़ दिया था। वर्ष 2000 में हमाद के खिलाफ तीन एफआइआर दर्ज हुईं, मगर पुलिस ने फरारी में ही चालान प्रस्तुत किया। जांच में शामिल अफसरों के मुताबिक, जवाद 2013 तक महू व आसपास देखा गया था। ब्लास्ट के बाद पुलिस जवाद और उसके परिवार की जानकारी एकत्र कर रही है।