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    हिमाचल-पंजाब में भारी बारिश जारी, खोले गए भाखड़ा और पौंग बांध के गेट; ब्यास और सतलुज में बाढ़ का खतरा

    हिमाचल प्रदेश में हो रही वर्षा के कारण पंजाब में भाखड़ा और पौंग बांधों का जलस्तर खतरे के निशान से क्रमश 1672 फीट और 1393 फीट तक ऊपर पहुंच गया है। इस रिकॉर्ड जलभराव को देखते हुए गुरुवार को कुछ और फ्लड गेट खोले गए। इससे ब्यास व सतलुज दरिया के साथ लगते इलाकों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है।

    By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Thu, 28 Aug 2025 10:52 PM (IST)
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    हिमाचल-पंजाब में भारी बारिश जारी, खोले गए भाखड़ा और पौंग बांध के गेट (सांकेतिक तस्वीर)

     जागरण टीम, नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में हो रही वर्षा के कारण पंजाब में भाखड़ा और पौंग बांधों का जलस्तर खतरे के निशान से क्रमश: 1,672 फीट और 1,393 फीट तक ऊपर पहुंच गया है। इस रिकॉर्ड जलभराव को देखते हुए गुरुवार को कुछ और फ्लड गेट खोले गए। इससे ब्यास व सतलुज दरिया के साथ लगते इलाकों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है।

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    रणजीत सागर डैम का जलस्तर खतरे के निशान कम

    भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड ने कहा है कि बांधों की सुरक्षा और निचले इलाकों के संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। राहत की बात है कि शाहपुरकंडी स्थित रणजीत सागर डैम का जलस्तर खतरे के निशान से कम हो गया है।

    रावी दरिया में पानी तेजी से बढ़ रहा

    पठानकोट में माधोपुर हैड व‌र्क्स के चार गेट टूटने के कारण रावी दरिया में पानी तेजी से बढ़ रहा है, जिससे गुरदासपुर और अमृतसर से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ की अग्रिम चौकियां बाढ़ की चपेट में हैं। इस कारण बीएसएफ जवानों को पिछली चौकियों पर तैनात किया गया है।

    बीएसएफ के पंजाब रेंज के आइजी अतुल फुलजेले ने बताया कि जिन चौकियों में पानी का स्तर काफी बढ़ गया है, वहां से जवानों की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें पीछे लाया जा रहा है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुवार को अमृतसर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया।

    सेना, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें काम में जुटी

    बुधवार को बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित गुरदासपुर और पठानकोट जिलों में हालात में सुधार हुआ है, जहां पानी करीब दो फीट तक कम हुआ है। हालांकि, कई इलाकों में अब भी आठ फीट तक पानी मौजूद है। बाढ़ प्रभावित जिलों में स्थानीय प्रशासन के अलावा सेना, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।

    हेलिकॉप्टर की मदद से दूर-दराज के इलाकों में बाढ़ में फंसे लोगों को बचाया जा रहा है, वहीं घरों की छतों पर आश्रय लिए हुए लोगों तक खाद्य सामग्री पहुंचाने के लिए ड्रोन का सहारा लिया जा रहा है।

    जम्मू रेलमार्ग पर ट्रेनें प्रभावित

    पठानकोट- जालंधर राष्ट्रीय मार्ग चक्की पुल बंद होने के कारण पांचवें दिन भी नहीं खुल पाया है। इसी तरह, माधोपुर के पास रेलवे पुल के पिलरों को नुकसान होने के चलते जम्मू रेलमार्ग पर ट्रेनें प्रभावित हुई हैं।

    भारत-पाक सीमा पर बना बांध टूटा, पानी पाकिस्तान के गांवों में हुआ दाखिल

    फिरोजपुर में सतलुज नदी में बढ़े जलस्तर और तेज बहाव के कारण भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित बांध शाम को टूट गया। बांध टूटने के बाद पानी तेजी से पाकिस्तान सीमा में दाखिल हो गया और कसूर जिले के गंडा सिंह वाला, भिखीपिंड को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है।

    बताया जा रहा है कि बुधवार शाम से ही इस बांध में दरारें पड़ गई थीं, जिसके बाद मरम्मत और बांध को मजबूत करने की कोशिशें जारी थीं। लेकिन गुरुवार शाम को पानी के तेज दबाव के कारण यह टूट गया और पानी सीधे जीरो लाइन पार कर पाकिस्तानी क्षेत्र में प्रवेश कर गया

    उप्र में खतरे के निशान के और करीब पहुंचीं गंगा और यमुना

    उत्तर प्रदेश में गंगा और यमुना का जल स्तर खतरे के निशान के करीब पहुंचने के बाद कम होने लगा है। इसका असर तटीय क्षेत्रों व्यापक स्तर पर पड़ा है। बाढ़ से गांवों के 142 मजरे और शहर की 36 बस्तियां प्रभावित हो चुकी हैं। लगभग 76 सड़कें तथा दो दर्जन गलियां भी जलमग्न हो गई हैं। डेढ़ लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं।

    डेढ़ लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित

    वाराणसी में गुरुवार को गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु 70.26 मीटर को पार कर गया। दोपहर चार बजे जलस्तर 70.96 मीटर दर्ज किया गया जो खतरा बिंदु से 30 सेमी नीचे है। जलस्तर में वृद्धि की गति हालांकि घटकर 0.5 सेंमीटर प्रति घंटा रह गई है, जो दो दिन पूर्व 10 सेमी तक पहुंच गई थी।

    इस वर्ष तीसरी बार आई बाढ़ की वजह से गंगा के किनारे के सभी घाटों का संपर्क आपस में टूट गया है। मोहल्लों में पानी घुस जाने से लोगों को राहत शिविरों की शरण लेनी पड़ी है।

    गंगा आरती गंगा सेवा निधि की छत पर हो रही

    दशाश्वमेध घाट पर होने वाली ऐतिहासिक गंगा आरती गंगा सेवा निधि की छत पर हो रही है। मणिकर्णिका घाट की गलियों में पानी बह रहा है। सीढि़यां डूब जाने के कारण मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर शवदाह छतों पर करना पड़ रहा है।

    राजस्थान में वर्षा का सिलसिला जारी, तीन बहे, एक की मौत

    राजस्थान में वर्षा का दौर गुरुवार को भी जारी रहा। करौली, उदयपुर, प्रतापगढ़, झालावाड़, चित्तौड़गढ़, अजमेर, भीलवाड़ा, बांसवाड़ा, भरतपुर, राजसमंद व जयपुर में हल्की से मध्यम वर्षा हुई। उदयपुर के सलूंबर क्षेत्र में एक शिक्षक बाइक सहित नदी के तेज बहाव में बह गया, जिसकी तलाश जारी है। भीलवाड़ा के बड़लियावास में नहाने गई दो लड़कियां पानी में डूब गईं, जिनमें से एक का शव आपदा प्रबंधन दल ने निकाला।