'वोटर लिस्ट तैयार करना दुनिया के सबसे कठिन कामों में से एक...', गड़बड़ी के आरोपों के बीच CEC का बड़ा बयान
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद मतदाता सूची में गड़बड़ी के विपक्ष के आरोपों पर चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि सूची तैयार करने की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने स्टॉकहोम में एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में बताया कि भारत में चुनावी प्रक्रिया में राजनीतिक दलों को शामिल किया जाता है और ईवीएम की जाँच की जाती है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस सहित दूसरे विपक्ष दल भले ही मतदाता सूची सहित दूसरी चुनावी गड़बड़ियों को लेकर चुनाव आयोग पर सवाल खड़े रहे है, लेकिन चुनाव आयोग का मानना है कि मतदाता सूची में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है।
बल्कि इसे तैयार करने की प्रक्रिया दुनिया की सबसे कठोर और पारदर्शी प्रक्रियाओं में एक है। जिसे सभी राजनीतिक दलों को साथ लेकर तैयार किया जाता है। इनमें किसी भी तरह की गड़बड़ी पर दावे, आपत्ति और अपील का प्रविधान है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने और क्या कहा?
चुनावी विश्वसनीयता को लेकर स्टॉकहोम (स्वीडन) में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने यह बातें कहीं। सम्मेलन में दुनिया भर के करीब पचास देशों से जुड़े चुनाव प्रबंधन संस्थानों से हिस्सा लिया है।
चुनाव के दौरान की प्रक्रिया के बारे में दी जानकारी
सम्मेलन में सभी देशों को चुनावी विश्वसनीयता को सशक्त बनाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों को साझा करना था। सम्मेलन में पहले वक्ता के रूप में बोलते हुए कुमार ने भारत में चुनावी से पहले अपनायी जाने वाली प्रक्रिया के बार में विस्तार से बताया।
जिसमें राजनीतिक दलों की मौजूदगी में मतदाता सूची को तैयार करना, ईवीएम को जांचने और मतदान के बाद राजनीतिक दलों को मतदान की जानकारी देने से जुड़ी व्यवस्था से परिचित कराया। साथ ही बताया कि इस पूरी प्रक्रिया में दो करोड़ से अधिक कर्मचारी उसके साथ जुड़ कर काम करते है। इस दौरान प्रत्येक काम-काज को लेकर एक तय नियम प्रक्रिया बनाई गई है।
चुनाव प्रबंधन निकायों CEC ने किया संबोधित
उन्होंने दुनिया के चुनाव प्रबंधन निकायों को संबोधित करते हुए बताया कि वर्ष 2024 के चुनाव में 743 राजनीतिक दलों ने हिस्सा लिया था। इनमें छह राष्ट्रीय दलों के साथ 67 राज्य स्तरीय दल व अन्य पंजीकृत दल शामिल थे। वहीं, इनमें 62 लाख इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) का इस्तेमाल किया है। चुनाव में कुल 20271 प्रत्याशी मैदान में थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।