पत्नी से झगड़े के बाद बेटे को बांग्लादेश बॉर्डर पर छोड़कर भागा पिता, ऐसे खुला राज
पश्चिम बंगाल में एक पिता ने पत्नी से झगड़े के बाद अपने बेटे को बांग्लादेश बॉर्डर पर छोड़ दिया। बच्चे के लावारिस मिलने पर पुलिस ने जांच शुरू की, जिसमें पता चला कि पारिवारिक विवाद के चलते पिता ने यह कदम उठाया। पुलिस आरोपी पिता की तलाश कर रही है और बच्चे को सुरक्षित स्थान पर रखा गया है।

पिता ने बेटे को बॉर्डर पर छोड़ा
जासं, कोलकाता। महानगर से सटे उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट क्षेत्र में बांग्लादेश की सीमा के पास एक पिता ने पत्नी के साथ हुई झगड़े के बाद दस साल के अपने बेते को बांग्लादेश की सीमा निकट छोड़कर भाग गया। मंगलवार की रात को अंधेरे में जब एक बच्चा का स्कूल बैग लिए रोते हुए बैठा देखा गया तो लोगों को संदेह हुआ। क्योंकि इस क्षेत्र में बच्चों के माध्यम से अवैध वस्तुओं भी तस्करी होती हैं।
इसीलिए बैग की तलाशी ली गई तो उसमें कुछ कपड़े थे। इसके बाद पुलिस वालों ने उससे पूछा कि कहां से आए हो? लड़के ने जवाब दिया कि इसी जिले के अशोकनगर से। यहां क्यों और कैसे आए? पुलिस वालों को जो जवाब मिला, उससे वे हैरान रह गए।
पिता ने बेटे को बॉर्डर पर छोड़ा
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मंगलवार रात बशीरहाट थाना क्षेत्र के सीमावर्ती गांव प्रसन्नकाठी में एक किशोर मिला। लड़के का नाम तमाल घोष है। वह 10 साल का है। वह चौथी कक्षा में पढ़ता है। भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित गांव में वह कैसे और क्यों आया, इसकी जांच के दौरान पता चला कि इस घटना के पीछे तमाल के पिता पिंटू घोष का हाथ है। कथित तौर पर, उसने एक बैग में कुछ कपड़े पैक करने के बाद अपने बेटे को वहीं छोड़ दिया और भाग गया।
मंगलवार को अंधेरे में रोने की आवाज सुनकर कुछ लोग सड़क के एक तरफ गए। उन्होंने लगभग दस साल के एक लड़के को रोते हुए देखा। उसका नाम और पहचान जानने के बाद, उन्होंने उसे खाना खिलाकर दिलासा दिया। उन्होंने बशीरहाट थाने को सूचित किया। पुलिस ने जाकर लड़के थाने ले गई। उन्होंने उसके माता-पिता से संपर्क करने की कोशिश की। उन्हें सनसनीखेज जानकारी मिली।
पत्नी से झगड़े के बाद उठाया कदम
तमाल ने पुलिस को बताया कि उसके पिता का नाम पिंटू और उसकी मां का नाम माधवी घोष है। उनका घर अशोकनगर थाना क्षेत्र के कठपोल इलाके में है। उसके पिता और मां के बीच हर दिन किसी न किसी बात को लेकर झगड़ा होता था। कुछ दिन पहले, उसकी मां नाराज होकर उन्हें छोड़कर अपने चाचा के घर चली गई। वह अपनी मां को याद कर रहा था। मंगलवार को उसके पिता ने कहा कि वह उसके चाचा के घर जाएगा और उसे अपनी बाइक पर बिठाएगा।
लेकिन वह अपने चाचा के घर नहीं गया। उसके पिता उसे अपनी बाइक पर बशीरहाट के इस सीमावर्ती इलाके में ले गए। पिता ने उसे सड़क किनारे छोड़ दिया, बाइक स्टार्ट की और अकेले ही निकल पड़ा। पुलिस ने कहा कि वे लड़के के माता-पिता से संपर्क कर रहे हैं। अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है।

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