Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    एक साल में सोने की कीमतों में 52 हजार का इजाफा, कब थमेगी तेजी? 

    By RAJEEV KUMAREdited By: Deepak Gupta
    Updated: Sat, 18 Oct 2025 10:56 PM (IST)

    सोने की कीमतों में पिछले एक साल में 52 हजार रुपये की भारी वृद्धि हुई है, जिससे निवेशकों और आम जनता में चिंता है। वैश्विक आर्थिक स्थितियों, भू-राजनीतिक तनाव और मुद्रास्फीति के कारण सोने की मांग बढ़ी है। विशेषज्ञ फिलहाल कीमतों में बड़ी गिरावट की संभावना नहीं देख रहे हैं, क्योंकि आर्थिक अनिश्चितता के कारण मांग बनी रहेगी। देखना यह है कि यह तेजी कब तक जारी रहती है।

    Hero Image

    सोने की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह क्या है? (फाइल)


    सोना पिछले एक साल में 79 हजार प्रति 10 ग्राम से 1.31 लाख प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ गया है। क्यों बढ़ रही है सोने की कीमत, क्या आगे भी रहेगी तेजी, इन तमाम विषयों पर बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सब्नवीस से राजीव कुमार की बातचीत

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    प्रश्न: सोने की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह क्या है?

    उत्तर: भू-राजनीतिक हालात के कारण अभी वैश्विक अनिश्चितता का माहौल बन गया है। इस साल फरवरी के बाद से अमेरिका की तरफ टैरिफ नीति में बदलाव के बाद अनिश्चितता और बढ़ती गई जिससे लोग शेयर बाजार की जगह सोने की तरफ शिफ्ट होने लगे, क्योंकि यह सुरक्षित निवेश है। भारत और चीन में सोने का खुदरा निवेश बढ़ गया। इन दोनों देशों में सोने के प्रति लोगों में अधिक चाहत है और दुनिया में सोने की सबसे अधिक खपत इन्हीं दोनों देशों में होती है।

    दूसरी बात कि भारत में इन दिनों बैंकों में जमा राशि पर काफी कम ब्याज मिल रहा है, इससे भी सोने में निवेश के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है। लोग सेविंग एकाउंट में जमा रखने से बेहतर सोने की खरीदारी को मान रहे हैं। गोल्ड के एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीए) के प्रति भी लोगों का आकर्षण तेजी से बढ़ रहा है। इसके माध्यम से कम राशि भी सोने पर लगाई जा सकती है और उसका फायदा सोने की दर के हिसाब से मिलता है।

    आजकल अपने निवेश के पोर्टफोलियो में सोना प्रमुख हिस्सा बन गया है। इन सबके अलावा दुनिया के विभिन्न सेंट्रल बैंकों की तरफ से सोने की खरीदारी में तेजी से सोने की मांग बढ़ रही है। यूक्रेन युद्ध के बाद से इस खरीदारी में तेजी आई है। अमेरिका, चीन, पोलैंड, भारत जैसे कई देश के सेंट्रल बैंक सोने की अधिक खरीदारी कर रहे हैं। मुख्य रूप से इन्हीं वजहों से सोने की कीमतों में बढ़ोतरी चल रही है।

    प्रश्न: तो क्या सोने की कीमत में तेजी जारी रहेगी, सोने की कीमत में गिरावट का भी अनुमान लगाया जा रहा है?

    उत्तर: कोरोना काल के बाद यह देखने में आया है कि एक बार सोने का दाम बढ़ गया तो उस स्तर के आगे ही जाता है, भाव थोड़ा-बहुत ही कम हो पाता है। कोरोना से पहले सोने के दाम में 10 प्रतिशत तक की गिरावट देखी गई है। इसलिए सोना के मूल्य में कमी को लेकर कोई अनुमान नहीं लगाया जा सकता है।

    दूसरी बात है कि अमेरिका अपने निर्यात को समर्थन देने के लिए डालर को कमजोर करना चाहता है। पिछले कुछ दिनों से डॉलर में कमजोरी देखी जा रही है। जब भी डालर कमजोर होगा, सोने के दाम बढ़ेंगे। अमेरिका में अभी काफी उथल-पुथल है जिससे डॉलर के कमजोर होने की आशंका है। ऐसे में सोने की मांग में तेजी जारी रह सकती है।

    प्रश्न: तो क्या मांग के मुकाबले सोने के सीमित उत्पादन के कारण भी कीमत बढ़ रही है?

    उत्तर: बिल्कुल। मांग के मुताबिक कच्चे तेल व सोने जैसे आइटम का उत्पादन नहीं बढ़ाया जा सकता है। ऐसा नहीं है कि इनकी मांग बढ़ जाने पर उनका उत्पादन भी बढ़ाया जा सकता है। निश्चित जगहों पर सोने की खनन हो रही है।

    प्रश्न: कीमत में तेजी आने पर क्या सोने की खरीदारी में तेजी आ जाती है?

    उत्तर: ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ग्राहकों को लगता है कि कहीं सोने का दाम और अधिक न बढ़ जाए, इसलिए वे खरीदारी के लिए निकल पड़ते हैं। भारत में शादी-ब्याह में सोने का काफी इस्तेमाल होता है, ऐसे में जिनके यहां शादी-ब्याह होने वाला है, वे दाम में तेजी देख कर खरीदारी करने लगते हैं।

    प्रश्न: सोने की कीमत 1.30 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर चुकी है, ऐसे में तो निम्न मध्यम वर्ग और आम आदमी तो इसे नहीं खरीद पाएगा?

    उत्तर: ऐसा नहीं है। भारत में सोने की खरीदारी करने के बहुत तरीके हैं। जिनके पास 1000 रुपए की बचत है, वे भी सोने की खरीदारी कर सकते हैं। ईटीएफ में डाल कर या फिर विभिन्न स्कीम के जरिए उस छोटी-छोटी बचत से भी सोने की खरीदारी की जा सकती है। भारत में सोना लोगों की भावना से जुड़ा है। वे कम मात्रा में ही सही, इसकी खरीदारी करेंगे।

    प्रश्न: इन दिनों चांदी में भी काफी तेजी चल रही है, क्या वजह है?

    उत्तर: जब भी सोने की कीमत तेज होगी, चांदी में भी तेजी आएगी। दोनों साथ-साथ चलते हैं। सोना तेज होने पर लोग सोचते हैं कि चलो, चांदी ही खरीद लेते हैं। इससे भी उनकी मांग बढ़ने लगती है। भारत में हर छोटे-छोटे मौके पर चांदी के सिक्के व अन्य सामान देने का रिवाज है। इससे भी चांदी की मांग को मजबूती मिलती है। चांदी का इन दिनों औद्योगिक इस्तेमाल भी बढ़ता जा रहा है।

    इसे भी पढ़ें: खुशखबरी! धनतेरस की रात में सोने की कीमत में आई जोरदार गिरावट, क्या यह खरीदारी का सही मौका है?