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    ग्वालियर के जंगल में बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़, 25 हजार का इनामी डकैत घेरा

    Updated: Thu, 06 Nov 2025 06:39 PM (IST)

    ग्वालियर के जंगल में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें 25 हजार रुपये का इनामी डकैत घिर गया। पुलिस ने जंगल को घेर लिया है और डकैत को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान जारी है। पुलिस डकैत को जल्द से जल्द पकड़ने की कोशिश कर रही है।

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    पुलिस ने जंगलों में डकैतों को घेरा। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बेहट-हस्तिनापुर के जंगल में विश्वामित्र मंदिर के पास खंडहर में रात तीन बजे डकैत 25 हजार रुपये के इनामी डकैत योगेंद्र उर्फ योगी गुर्जर, कल्ली गुर्जर और उसकी गैंग को पुलिस ने घेर लिया। पुलिस को देखते ही डकैत और उसकी गैंग ने अंधाधुंध गोलियां चलाना शुरू कर दी।

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    पुलिस ने भी जवाब में जमकर गोलियां चलाई। 20 मिनट में 40 राउंड फायर हुए। पुलिस की ओर से एके-47, इंसास और पिस्टल से 23 राउंड फायर किए गए, जबकि डकैत व उसके साथियों ने 17 राउंड फायर किए। एके-47 से फायरिंग होते ही डकैत व उसकी गैंग खंडहर की दीवार की आड़ लेकर जंगल के कच्चे रास्ते में उतर गई।

    गैंग जंगल के रास्ते से वाकिफ थी, इसलिए यह लोग पकड़े नहीं जा सके। इन डकैतों की तलाश में 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी अधिकारियों ने उतार दिए। डकैतों के जवाब में गोलियां चला रहे बेहट थाना प्रभारी महावीर सिंह और आरक्षक अरविंद को चोट लगी है। डकैतों की ओर से की गई फायरिंग में दो गोली बड़े पत्थर में लगी। पत्थर में गोली लगने से पत्थर फट गया और इसके कण उचटकर दोनों पुलिसकर्मियों को लगे। दोनों प्राथमिक उपचार के बाद स्वस्थ हैं।

    योगी गुर्जर के खिलाफ हस्तिनापुर थाने में एफआइआर दर्ज

    इस मामले में पुलिस की ओर से डकैत योगेंद्र उर्फ योगी गुर्जर के खिलाफ हस्तिनापुर थाने में एफआइआर दर्ज की गई है। गैंग की तलाश में ड्रोन भी उड़ाया गया है। गौरतलब है कि तिघरा के गुर्जा गांव में आठ अक्टूबर को नौ माह की गर्भवती अंजू गुर्जर के ससुराल में घुसकर डकैत योगेंद्र उर्फ योगी गुर्जर व उसके साथियों ने गोलियां चलाकर अंजू का अपहरण किया था। अंजू से डकैत योगेंद्र शादी करना चाहता था, लेकिन उसके परिवार वाले इसके लिए राजी नहीं थे।

    24 घंटे बाद ही डकैत योगेंद्र उर्फ योगी को लंका पहाड़ के जंगलों में घेर लिया गया था। वह अंजू को छोड़कर भाग गया था। इसके बाद भी वह लगातार परिवार को धमका रहा था। उसके भाई अंके गुर्जर को पुलिस ने पकड़ लिया था, जबकि डकैत योगेंद्र का साथी तहसीलदार धौलपुर में पकड़ा गया।

    इनकी तलाश तिघरा और आसपास के जंगल में चल रही थी, इसलिए गैंग जंगल के रास्ते बेहट-हस्तिनापुर के जंगल में पहुंच गई। यहां गैंग रात को विश्वामित्र मंदिर के पास खंडहर में अटारी पर थी। इसी दौरान पुलिस को खबर लगी तो सीएसपी नागेंद्र सिंह सिकरवार के नेतृत्व में टीम ने घेराबंदी कर ली। रात तीन बजे पुलिस ने जैसे ही खंडहर को घेरा तो ऊपर से गैंग ने फायरिंग शुरू कर दी। 20 मिनट तक गोलीबारी चली।

    गैंग में ये डकैत, इन पर एफआइआर दर्ज

    योगेंद्र उर्फ योगी उर्फ जोगी गुर्जर पुत्र राजवीर गुर्जर निवासी तिलोंधा, मुरैना - किलेदार उर्फ कल्ली पुत्र नत्थी गुर्जर निवासी वरवासिन देवगढ़, मुरैना - रामबृज पुत्र रामअख्तयान गुर्जर निवासी पीपरखेड़ा,

    सरायछोला, मुरैना - रवि पुत्र किलेदार गुर्जर निवासी वरवासिन, देवगढ़, मुरैना - रामलखन पुत्र रणवीर गुर्जर निवासी तिलोंधा, सरायछोला, मुरैना - जितेंद्र उर्फ रवूदा पुत्र रमेश सिंह गुर्जर निवासी पहाड़ी, बानमौर, मुरैना - आशाराम गुर्जर निवासी ग्राम बेहट, ग्वालियर।

    धर्मवीर सिंह, एसएसपी, ग्वालियर ने कहा कि डकैत और उसकी गैंग को रात को घेर लिया था। 20 मिनट तक दोनों ओर से गोलीबारी हुई। गैंग जंगल में भागी है। सर्चिंग लगातार जारी है। जल्द ही गैंग जेल में होगी।

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