Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'साहस, समर्पण, सम्मान', तेजस क्रैश में मारे गए पायलट को IAF ने इस तरह दी श्रद्धांजलि

    Updated: Sat, 22 Nov 2025 10:12 PM (IST)

    दुबई एयर शो में तेजस विमान हादसे के बाद, भारतीय वायुसेना ने शहीद पायलट विंग कमांडर नमांश स्याल को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। वायुसेना ने उन्हें कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी बताया। दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी गठित की गई है। तेजस विमान 2016 में वायुसेना में शामिल किया गया था और यह भारतीय वायुसेना की मुख्य ताकत बनने की ओर अग्रसर है।

    Hero Image

    विंग कमांडर नमांश स्याल। (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुबई एयर शो में तेजस लड़ाकू विमान के हादसे के एक दिन बाद भारतीय वायुसेना ने शहीद पायलट विंग कमांडर नमांश स्याल को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। शुक्रवार को तेजस विमान एक नेगेटिव-जी टर्न लेते समय अचानक नीचे गिर गया और आग के गोले में बदल गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इंडियन एयरफोर्स ने कहा कि विंग कमांडर स्याल “एक समर्पित फाइटर पायलट और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी थे, जिन्होंने देश की सेवा पूरे साहस और सम्मान के साथ की।” वायुसेना के बयान में बताया गया कि उनका शांत और अनुशासित व्यक्तित्व सभी को सम्मान देने वाला था और यही भाव उनके अंतिम सम्मान समारोह में भी दिखा, जिसमें यूएई अधिकारी, सहकर्मी और भारतीय दूतावास के प्रतिनिधि मौजूद थे।

    हादसे की जांच शुरू

    इस दुखद घटना के बाद भारतीय वायुसेना ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी बिठाई है। तेजस का यह प्रदर्शन दुबई एयर शो में आठ मिनट तक चलने वाला था, जो दुनिया के सबसे बड़े एविएशन शो में से एक है।

    यह पिछले दो वर्षों में तेजस से जुड़ा दूसरा हादसा है। इससे पहले मार्च 2023 में राजस्थान के जैसलमेर में एक तेजस विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, लेकिन उस समय पायलट सुरक्षित बाहर निकल आए थे।

    तेजस: भारतीय वायुसेना की रीढ़ बनने की तैयारी

    तेजस प्रोजेक्ट की शुरुआत 1984 में हुई थी और पहला विमान 2016 में वायुसेना में शामिल किया गया। वर्तमान में वायुसेना की दो स्क्वॉड्रन—45 स्क्वॉड्रन और 18 स्क्वॉड्रन—तेजस से पूरी तरह लैस हैं। एक स्क्वॉड्रन में आमतौर पर 16 से 18 विमान होते हैं।

    तेजस एक मल्टी-रोल लड़ाकू विमान है, जो एयर कॉम्बैट और ऑफेंसिव एयर सपोर्ट मिशन के लिए बनाया गया है। इसके अलावा यह टोही और एंटी-शिप ऑपरेशंस भी कर सकता है। आने वाले समय में तेजस भारतीय वायुसेना की मुख्य ताकत बनने की ओर बढ़ रहा है।

    यह भी पढ़ें: नीचे गिरता जेट और फिर आग का गुबार... दुबई में क्रैश तेजस फाइटर प्लेन की नई Video आई सामने