Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे भारत और साइप्रस, एस जयशंकर ने संप्रभुता और शांति के लिए समर्थन दोहराया

    Updated: Thu, 30 Oct 2025 11:54 PM (IST)

    साइप्रस के विदेश मंत्री कान्स्टेंटिनोस कोम्बोस गुरुवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मिले। कोम्बोस ने आतंकवाद के मुद्दे पर भारत के साथ पूर्ण एकजुटता जताई और इस बात पर जोर दिया कि दोनों देश आतंकवाद और इसका समर्थन करने वालों या इसकी फंडिंग को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। कोम्बोस तीन दिवसीय यात्रा पर बुधवार को नई दिल्ली पहुंचे हैं।

    Hero Image

    आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे भारत और साइप्रस (फोटो- एक्स)

    एएनआइ, नई दिल्ली। साइप्रस के विदेश मंत्री कान्स्टेंटिनोस कोम्बोस गुरुवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मिले। कोम्बोस ने आतंकवाद के मुद्दे पर भारत के साथ पूर्ण एकजुटता जताई और इस बात पर जोर दिया कि दोनों देश आतंकवाद और इसका समर्थन करने वालों या इसकी फंडिंग को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कोम्बोस तीन दिवसीय भारत की यात्रा पर

    कोम्बोस तीन दिवसीय यात्रा पर बुधवार को नई दिल्ली पहुंचे हैं। यह 14 वर्षों में साइप्रस के विदेश मंत्री की पहली भारत यात्रा है। कोम्बोस ने कहा, हम पूरी तरह सहमत हैं कि आतंकवाद से निपटने का एक ही तरीका है कि उसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाए। उनकी यह टिप्पणी 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में आई है, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने 26 पर्यटकों की हत्या कर दी थी।

    कोम्बोस ने ''साइप्रस समस्या'' के प्रति भारत के दृष्टिकोण की भी सराहना की और यूरोपीय संघ-भारत संबंधों को मजबूत करने के साथ-साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्धता जताई। साइप्रस जनवरी 2026 से यूरोपीय संघ की परिषद की अध्यक्षता संभालने वाला है। गौरतलब है कि साइप्रस और तुर्किये के बीच विवाद चल रहा है।

    साइप्रस ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा

    भारत और साइप्रस ''विश्वसनीय मित्र जयशंकर ने कहा कि भारत और साइप्रस ''विश्वसनीय मित्र और विश्वसनीय साझेदार'' हैं। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ एकजुटता के लिए साइप्रस सरकार को धन्यवाद किया।

    जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट और परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत की सदस्यता के लिए साइप्रस द्वारा निरंतर समर्थन की भी सराहना की। उन्होंने कहा, भारत साइप्रस की संप्रभुता, एकता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए अपने अटूट समर्थन को दोहराता है।

    संयुक्त कार्य योजना के कार्यान्वयन के रोडमैप पर की चर्चा

    आइएएनएस के अनुसार जयशंकर और साइप्रस के विदेश मंत्री ने बैठक में भारत-साइप्रस संयुक्त कार्य योजना 2025-2029 की समीक्षा की। दोनों नेताओं ने वैश्विक भू-राजनीतिक स्थिति पर भी चर्चा की।

    जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया, हमने भारत-साइप्रस संयुक्त कार्य योजना 2025-2029 की समीक्षा की, जिस पर जून 2025 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की साइप्रस यात्रा के दौरान नेताओं ने सहमति जताई थी।

     संयुक्त घोषणापत्र के कार्यान्वयन के लिए रोडमैप तैयार

    कार्य योजना में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की साइप्रस यात्रा के दौरान अपनाए गए संयुक्त घोषणापत्र के कार्यान्वयन के लिए रोडमैप तैयार किया गया है, जिसमें सहयोग के मुख्य क्षेत्रों में लघु, मध्यम और दीर्घकालिक लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। साइप्रस के विदेश मंत्री ने कहा कि चर्चा साइप्रस-भारत रणनीतिक साझेदारी के आगे के कदमों पर केंद्रित थी, जिसमें दोनों देशों द्वारा सहमत संयुक्त कार्य योजना का कार्यान्वयन भी शामिल था।