'अफगानिस्तान की संप्रभुता के लिए प्रतिबद्ध', भारत का स्पष्ट संदेश; पाकिस्तान की खोली पोल
भारत ने अफगानिस्तान की संप्रभुता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई है और पाकिस्तान को परोक्ष रूप से तनाव का जिम्मेदार ठहराया है। विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान पर आतंकवादियों को शरण देने और अफगानिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। तालिबान के विदेश मंत्री की भारत यात्रा के बाद पाकिस्तान ने अफगान क्षेत्रों पर हमला किया था, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई हुई। अमेरिका ने मध्यस्थता की पेशकश की है।

मौजूदा तनाव के लिए परोक्ष तौर पर पाकिस्तान को दोषी ठहराया (फोटो: पीटीआई)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। एक तरफ जहां अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के संकेत हैं, वहीं दूसरी तरफ भारत ने साफ कर दिया है कि वह अफगानिस्तान के साथ खड़ा है। भारत ने अफगानिस्तान की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और आजादी को लेकर न सिर्फ अपनी पूरी प्रतिबद्धता जताई है, बल्कि मौजूदा तनाव के लिए परोक्ष तौर पर पाकिस्तान को ही दोषी ठहराया है।
भारत ने इस तरह का समर्थन देकर साफ कर दिया है कि वह न तो पाकिस्तानी मीडिया और न ही वहां की सरकार की बातों को तवज्जो दे रही है, जो तालिबान की तरफ से पाकिस्तानी सैनिकों पर की गई कार्रवाई के लिए भारत को दोषी ठहरा रहे हैं। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि भारत की तरफ से तालिबान पाकिस्तान से लड़ाई लड़ रहा है।
'पड़ोसियों को दोषी ठहराना पाक की पुरानी आदत'
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हम वहां की स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं। तीन चीजें बिल्कुल साफ हैं। पहला, पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों को आश्रय देता है और आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देता है। दूसरा, अपनी आंतरिक समस्याओं के लिए पड़ोसियों को दोषी ठहराना पाकिस्तान की पुरानी आदत है। तीसरा, पाकिस्तान अफगानिस्तान के क्षेत्र को अपना बताकर उसकी संप्रभुता पर हमला कर रहा है। भारत अफगानिस्तान की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और आजादी के लिए प्रतिबद्ध है।
सनद रहे कि पिछले सप्ताह तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी भारत की छह दिवसीय यात्रा पर आए थे। वह जिस दिन नई दिल्ली पहुंचे थे, उसी दिन पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के कई इलाकों पर हमला किया था। उसके एक दिन बाद अफगानी सैनिकों ने कार्रवाई करके 50 से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिकों को मारने और दर्जनों को घायल करने का दावा किया। पाकिस्तानी सेना की तरफ से 24 सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि भी की गई।
इसके बाद पाकिस्तान की तरफ से बुधवार (15 अक्टूबर) को काबुल के आबादी वाले इलाके में हमला किया गया, जिसके कई वीडियो इंटरनेट मीडिया पर हैं। उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच मध्यस्थता करने की बात कही है, जिसका पाकिस्तान की तरफ से स्वागत किया गया है। संयुक्त राष्ट्र ने दोनों पड़ोसी देशों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया है।
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