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    India-US Deal: व्यापारिक समझौते पर मोदी और ट्रंप के बीच जमी बर्फ पिघली! क्वाड समिट को लेकर भी स्थिति साफ

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 10:28 PM (IST)

    भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में जमी बर्फ पिघलने लगी है। पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते को लेकर सक्रिय हैं। ट्रंप ने भारत पर लगाए गए 50 फीसदी टैरिफ में कटौती के संकेत दिए हैं जिस पर जल्द ही फैसला हो सकता है। दोनों नेताओं ने सोशल मीडिया पर संवाद किया और द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई।

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    पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते को लेकर सक्रिय हैं। फाइल फोटो

    जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के बीच जमी बर्फ पिघलने लगी है। रूस से तेल खरीदने और 50 फीसदी अमेरिकी शुल्क के कारण भारत-अमेरिका संबंधों में आए तनाव को दूर करने के लिए खुद पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने स्तर पर प्रयास तेज कर दिए हैं। बुधवार को दोनों नेताओं ने संकेत दिया है कि भारत और अमेरिका के बीच जल्द ही व्यापार समझौता हो सकता है।

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    ऐसे में अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 50 फीसदी टैरिफ में भारी कटौती को लेकर भी फैसला होने की संभावना है। इसे लेकर ट्रंप और मोदी जल्द ही टेलीफोन पर बातचीत भी करने वाले हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने यह जानकारी दी है। हफ्ते में दूसरी बार पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया पर संवाद किया, एक-दूसरे की तारीफ की और द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई।

    माना जा रहा है कि अगर सबकुछ ठीक रहा तो भारत में क्वाड शिखर सम्मेलन को लेकर भी स्थिति जल्द ही स्पष्ट हो जाएगी। इसके लिए राष्ट्रपति ट्रंप के भारत आने की संभावना है।

    प्रधानमंत्री मोदी ने आज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "भारत और अमेरिका घनिष्ठ मित्र और स्वाभाविक साझेदार हैं। मुझे विश्वास है कि हमारी व्यापार वार्ता भारत-अमेरिका साझेदारी की असीमित संभावनाओं के द्वार खोलेगी। हमारी टीमें इस मुद्दे पर बातचीत को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने के लिए काम कर रही हैं। साथ मिलकर हम अपने लोगों के लिए एक उज्जवल और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करेंगे।"

    उन्होंने आगे कहा कि उन्हें जल्द ही राष्ट्रपति ट्रंप से बात करने की उम्मीद है। इससे पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा था, "मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए बातचीत चल रही है। मैं अपने अच्छे मित्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जल्द ही बात करने के लिए उत्सुक हूं। मुझे विश्वास है कि दोनों महान देशों के बीच व्यापार वार्ता को सफलतापूर्वक पूरा करने में कोई समस्या नहीं होगी।"

    पिछले शनिवार को भी मोदी और ट्रंप के बीच सोशल मीडिया पर ऐसी ही सकारात्मक बातचीत हुई थी। तब ट्रंप ने भारत के चीन के खेमे में जाने वाले अपने बयान में नरमी बरती थी और पीएम मोदी को अपना दोस्त बताते हुए भारत और अमेरिका के बीच खास रिश्तों की बात की थी इसके साथ ही पीएम मोदी ने भारत और अमेरिका की व्यापक और वैश्विक रणनीतिक साझेदारी के सकारात्मक भविष्य की भी बात की। ध्यान रहे कि इस बातचीत से ठीक

    पहले ट्रंप ने दावा किया था कि उन्होंने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है। जिसके बाद इन बयानों ने कूटनीतिक हलकों में हलचल मचा दी थी। इसके अलावा ट्रंप के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो भी लगातार भारत के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे। भारत ने इन आपत्तिजनक बयानों पर कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दी।

    सूत्रों ने बताया है कि 50 फीसदी टैरिफ लगाने के फैसले के बाद से भारत और अमेरिका के अधिकारियों के बीच आमने-सामने बातचीत नहीं हुई है, लेकिन पूरी तरह से संवादहीनता की स्थिति भी नहीं है। अब बातचीत के लिए आमने-सामने होने की कोई मजबूरी नहीं है। ऐसी भी जानकारी है कि दोनों पक्षों के बीच पर्दे के पीछे बातचीत भी लगातार जारी है।

    पूर्व विदेश सचिव कंवल सिब्बल ने मोदी और ट्रंप के बीच इस बातचीत को सकारात्मक करार दिया है और कहा है कि मोदी के नेतृत्व में भारत ने यूरोपीय संघ, जापान, दक्षिण कोरिया और अन्य देशों के उलट अपनी स्थिति मजबूती से बनाए रखी है। यह बिना किसी विवादास्पद बयानबाजी के किया गया। इससे मोदी और भारत की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा बढ़ी है।''

    हालांकि, सिब्बल यह चेतावनी भी देते हैं कि ट्रंप के सुर फिर बदल सकते हैं। सिब्बल और रणनीतिक विश्लेषक डॉ. ब्रह्म चेलानी मानते हैं कि ट्रंप का यह बदला हुआ मिजाज भारत के साथ व्यापारिक बातचीत शुरू करने की उनकी रणनीति भी हो सकती है। शायद ट्रंप की रणनीति भारत पर लगाए गए अतिरिक्त शुल्क को हटाए बिना व्यापार समझौते पर फिर से बातचीत शुरू करने की है। इससे भारत बैकफुट पर रहेगा।