Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    'ज्यादातर मसलों को सुलझा लिया गया है', कब तक हो जाएगा भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौता?

    By RAJEEV KUMAREdited By: Abhishek Pratap Singh
    Updated: Fri, 24 Oct 2025 09:00 PM (IST)

    वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, भारत और अमेरिका व्यापार समझौते के करीब हैं, अधिकांश मुद्दे सुलझ गए हैं। पांच दौर की वार्ता हो चुकी है, और नवंबर तक पहले चरण के पूरा होने की उम्मीद है। भारत ने अमेरिका को अधिक तेल खरीदने का आश्वासन दिया है, और कृषि उत्पादों के आयात पर भी चर्चा हुई है। अमेरिका द्वारा लगाए गए शुल्क से भारतीय निर्यात में कमी आई है।

    Hero Image

    कब तक होगी भारत-अमेरिका के बीच डील? (फाइल फोटो)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। वाणिज्य मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि भारत अमेरिका के साथ व्यापार समझौते के काफी करीब है। दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते के रास्ते में आने वाले अधिकतम मसलों को सुलझा लिया गया है। अब कुछ मसले ही सुलझाने रह गए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सूत्रों का कहना है कि दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते को लेकर बहुत ही सुगम तरीके से बातचीत चल रही है और वार्ता के दौरान कोई नई रुकावट नहीं आ रही है। सभी मुद्दों को वार्ता के दौरान कवर किया जा रहा है। दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते को लेकर पांच चरण की वार्ता हो चुकी है। दोनों देश पहले से यह मान रहे है कि नवंबर तक द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) का पहले चरण पूरा हो जाएगा।

    डोनल्ड ट्रंप ने किया था बीटीए का ऐलान

    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने पद संभालने के बाद भारत से बीटीए का ऐलान किया था और उसके बाद दोनों देशों के बीच वार्ता शुरू हुई थी। नवंबर में बीटीए के पहले चरण को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था और वार्ता की प्रगति को देखते हुए नवंबर में बीटीए के पहले चरण के पूरा होने की पूरी उम्मीद की जा रही है।

    भारत ने अमेरिका को क्या आश्वासन दिया?

    भारत ने अमेरिका से अधिक मात्रा में तेल खरीदारी का आश्वासन दे दिया है और निवेश को लेकर भी दोनों देशों के बीच वार्ता हुई है। मक्का और सोयाबीन जैसे कृषि पदार्थ को किसी अन्य रूप में भारत में लाने को लेकर भी दोनों देशों के बीच बातचीत हुई है। इन मुद्दों को सुलझने के बाद कमोबेश समझौता होने में दिक्कत नहीं होगी।

    अभी अमेरिका ने भारत पर 50 प्रतिशत का शुल्क लगा रखा है और अगस्त आखिर में इस शुल्क के अमल में आने के बाद अमेरिका के बाजार में भारतीय निर्यात में कमी आने लगी है।

    यह भी पढ़ें: एक तरफ भारत को चेतावनी तो दूसरी ओर रूस से व्यापार की बात... ट्रंप की दोहरी नीति की खुली पोल