ट्रेन के एसी कोच में सफर करने वालों को मिलेगा सरप्राइज, होने वाला है ये बड़ा बदलाव
भारतीय रेलवे एसी कोचों में बड़ा बदलाव कर रहा है, जिसमें अब यात्रियों को सफेद चादरों की जगह रंग-बिरंगी, पारंपरिक राजस्थानी सांगानेरी प्रिंट वाली चादरें मिलेंगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जयपुर में इसका अनावरण किया। यह जयपुर-असरवा सुपरफास्ट एक्सप्रेस में एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू होगा। सांगानेरी प्रिंट अपनी टिकाऊपन और आसानी से धोने योग्य होने के लिए जाना जाता है, जिससे यात्रियों की साफ-सफाई संबंधी शिकायतें दूर होंगी।

ट्रेन के एसी कोच में मिलेंगी रंग-बिरंगी चादरें। फाइल फोटो
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पिछले कुछ सालों में भारतीय रेलवे में कई बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। साफ-सुथरे कोच से लेकर तेज रफ्तार वंदे भारत ट्रेन अब लोगों की पहली पसंद बन चुके हैं। हालांकि, अब भारतीय रेलवे ने एसी कोच में एक और बड़ा बदलाव करने की तैयारी कर ली है।
एसी कोच में सफर करने वाले यात्रियों को हमेशा सफेद रंग की प्लेन चादर ही दी जाती है। मगर, अब इनकी जगह रंग-बिरंगी और खूबसूरत चादरें ले सकती हैं। इन चादरों पर राजस्थान की पारंपरिक सांगानेरी प्रिंट वाली रंगीन और सुंदर कढ़ाई भी देखने को मिलेगी।
रेल मंत्री ने दिखाई झलक
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में इन चादरों की पहली झलक पेश की है। जयपुर में रेल मंत्री ने इसका उद्घाटन किया था। इन चादरों को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में ट्रेन के कुछ कोचों में रखा जाएगा। इसके लिए जयपुर-असरवा सुपरफास्ट एक्सप्रेस का चुनाव किया गया है। अगर यह योजना सफल साबित होती है, तो इसे अन्य ट्रेनों के कोचों में भी लागू किया जा सकता है।
यात्रियों की सुविधा के लिए नई पहल…
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) October 16, 2025
🚉 जयपुर-असारवा ट्रेन में कंबल के कवर की शुरुआत।
🚉 राजस्थान के 65 रेलवे स्टेशनों पर विभिन्न यात्री सुविधाओं का लोकार्पण।
📍खातीपुरा, राजस्थान pic.twitter.com/w3z3TCNSVZ
ट्रेन के एसी कोच में सफल करने वाले लोगों को अक्सर यह शिकायत रहती हैं कि, उन्हें मिलने वाले चादर और कंबल साफ नहीं होते हैं। ऐसे में राजस्थानी प्रिंट वाले नए कंबल न सिर्फ टिकाऊ होंगे, बल्कि इन्हें धोना भी आसान होगा।
क्यों खास है सांगानेरी प्रिंट?
बता दें कि राजस्थान का सांगानेरी प्रिंट अपनी लॉन्ग लास्टिंग लाइफ के लिए जाना जाता है। यह प्रिंट कपड़ों पर लंबे समय तक रहता है। वहीं, राजस्थान के सांगानेर में इसका एक ब्लॉक प्रिटिंग प्लांट है, जहां हैंड ब्लॉक प्रिटिंग के जरिए कपड़े तैयार किए जाते हैं। इस प्रिंट में फूल, पत्तियां और बारीक रेखाओं जैसी आकृतियां बनाई जाती हैं। इन कपड़ों को धोना भी काफी आसान होता है।
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