देशभर में 15-29 आयु वर्ग के लोगों में बढ़ी बेरोजगारी दर, मई में बढ़कर हुई 5.6%
पीटीआई के अनुसार भारत में बेरोजगारी दर मई में बढ़कर 5.6% हो गई जो अप्रैल में 5.1% थी। पुरुषों और महिलाओं दोनों में बेरोजगारी दर बढ़ी है खासकर 15-29 आयु वर्ग में। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में भी बेरोजगारी में वृद्धि देखी गई है। श्रम बल भागीदारी दर में गिरावट आई है और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार कृषि से हटकर अन्य क्षेत्रों में जा रहा है।

पीटीआई, नई दिल्ली। मौसम में हुए तेज बदलाव के चलते देश में मासिक आधार पर मापी गई बेरोजगारी दर इस साल अप्रैल के 5.1 प्रतिशत से बढ़कर मई में 5.6 प्रतिशत हो गई।
पिछले महीने की शुरुआत में सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने वास्तविक समय में देश में नौकरियों के लिए पात्र लोगों में बेरोजगार लोगों के अनुपात की निगरानी के प्रयासों के तहत पहला मासिक आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (PLFS) जारी किया था।
पुरुषों और महिलाओं में बेरोजगारी दर
मई में देशस्तर पर पुरुषों में बेरोजगारी दर 5.6 प्रतिशत थी जबकि महिलाओं में यह दर 5.8 प्रतिशत थी। देशभर में 15-29 आयु वर्ग के लोगों में बेरोजगारी दर अप्रैल के 13.8 प्रतिशत से बढ़कर मई में 15 प्रतिशत हो गई।
शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर अप्रैल के 17.2 प्रतिशत से बढ़कर मई में 17.9 प्रतिशत हो गई जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह अप्रैल के 12.3 प्रतिशत से बढ़कर मई में 13.7 प्रतिशत हो गई।
महिलाओं में कितनी बढ़ी बेरोजगारी दर?
अध्ययन के मुताबिक, ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार प्राथमिक क्षेत्र यानी कृषि से हटकर द्वितियक और सेवा क्षेत्र में चला गया है। अध्ययन में बताया गया है कि 15-29 आयु वर्ग की महिलाओं में बेरोजगारी दर भी पूरे देश में (ग्रामीण+शहरी) अप्रैल के 14.4 प्रतिशत से बढ़कर मई में 16.3 प्रतिशत हो गई।
अप्रैल में शहरों में बेरोजगारी दर 23.7 प्रतिशत से बढ़कर मई में 24.7 प्रतिशत हो गई। अप्रैल में गांवों में बेरोजगारी दर 10.7 प्रतिशत थी जो मई में बढ़कर 13 प्रतिशत हो गई। 15-29 वर्ष की आयु के पुरुषों में बेरोजगारी दर अप्रैल में 13.6 प्रतिशत से बढ़कर मई में 14.5 प्रतिशत हो गई।
शहरों में बेरोजगारी दर
अप्रैल में शहरों में बेरोजगारी 15 प्रतिशत से बढ़कर मई में 15.8 प्रतिशत हो गई जबकि गांवों में अप्रैल के 13 प्रतिशत से बढ़कर 14 प्रतिशत हो गई। आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के बीच श्रम बल भागीदारी दर (LFPR) मई में घटकर 54.8 प्रतिशत हो गई जबकि अप्रैल में यह 55.6 प्रतिशत थी।
ग्रामीण क्षेत्रों में भागीदारी दर मई में घटकर 56.9 प्रतिशत हो गई और शहरी क्षेत्रों में भी 50.7 प्रतिशत से घटकर मई में 50.4 प्रतिशत हो गई।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।