INS विक्रांत पर पीएम मोदी का दीवाली सेलिब्रेशन, 10 पॉइंट में पढ़ें क्यों खास है यह एयरक्राफ्ट कैरियर
INS Vikrant 10 Points: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार दिवाली INS विक्रांत पर नौसेना के जवानों के साथ मनाई, जहां उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न भी मनाया। INS विक्रांत भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत है, जिसे 2022 में नौसेना में शामिल किया गया था। यह अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है, 262 मीटर लंबा और 18 मंजिल ऊंचा है, और इस पर मिग-29के सहित 30 विमान और 1600 से अधिक कर्मी तैनात हो सकते हैं। यह भारत की समुद्री शक्ति का प्रतीक है।
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पीएम मोदी ने INS विक्रांत पर मनाई दीवाली। फाइल फोटो
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर बार की तरह इस बार भी दीवाली का पर्व सेना के जवानों के साथ मनाया है। गोवा में INS विक्रांत पर पीएम मोदी की तस्वीरें इंटरनेट की नई सुर्खियां बन चुकीं हैं। पीएम मोदी ने नौसेना के जवानों के साथ ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का भी जश्न मनाया है।
मगर, क्या आप जानते हैं INS विक्रांत आखिर क्यों खास है? समुद्र पर राज करने वाले INS विक्रांत ने ऑपरेशन सिंदूर में अहम रोल निभाया था। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से...
INS विक्रांत की 10 खासियतें
INS विक्रांत भारत का पहला स्वदेश निर्मित एयरक्राफ्ट कैरियर है। इसे 2022 में नौसेना में शामिल किया गया था।
INS विक्रांत अत्याधुनिक सुविधाओं से लेस है, जिसे चलता-फिरता शहर कहा भी जाता है।
1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान INS विक्रांत ने पड़ोसी मुल्क के पसीने छुड़ा दिए थे। हालांकि बाद में इस युद्धपोत को रिटायर कर दिया गया था। वहीं, 2022 में नया युद्धपोत बनकर तैयार हुआ, जिसे INS विक्रांत का ही नाम दिया गया और यह आज भी दुश्मन की रूह कंपाने के लिए जाना जाता है।
भारत में बना INS विक्रांत 262 मीटर लंबा और 62 मीटर चौड़ा है। INS विक्रमादित्य के बाद यह देश का दूसरा एयरक्राफ्ट कैरियर है।
INS विक्रांत की भव्यता का उदाहरण देते हुए भारतीय नौसेना ने इसे 2 फुटबॉल के मैदान जितना बड़ा बताया था। यह एयरक्राफ्ट कैरियर 18 मंजिल ऊंचा है।
भारतीय नौसेना के अनुसार, INS विक्रांत का हैंगर ओलंपिक के 2 पूल के आकार का है।
INS विक्रांत पर मिग-29के लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर समेत 30 विमान तैनात किए जा सकते हैं। इसमें 1600 से ज्यादा लोगों का चालक दल भी सवार रहता है।
INS विक्रांत को बनाने में 10 साल से ज्यादा का समय लगा है। इसमें 16 बेड का अस्पताल, 250 फ्यूल टैंकर और 2,400 कंपार्टमेंट मौजूद हैं।
पिछले साल दिसंबर में INS विक्रांत के बारे में जानकारी देते हुए दक्षिणी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (FOCINC) ने कहा था-
Highlights from INS Vikrant, including the Air Power Demo, a vibrant cultural programme and more… pic.twitter.com/Br943m0oCC
— Narendra Modi (@narendramodi) October 20, 2025
INS विक्रांत ने पिछले साल अपने अंतिम परिचालन की मंजूरी हासिल कर ली थी। इसके साथ ही अब यह पूर्ण परिचालन के लिए तैयार है।
From the Air Power Demo at INS Vikrant! pic.twitter.com/XvrFL9peOK
— Narendra Modi (@narendramodi) October 20, 2025
INS विक्रांत को पश्चिमी नौसेना ऑपरेट करती है। यह नौसेना के कई कार्यों को संभालने में मदद करता है।
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