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    अलवर में ISI का जासूस गिरफ्तार, हनीट्रैप में फंसकर दो साल से लीक कर रहा था सेना की गोपनीय जानकारी

    Updated: Sat, 11 Oct 2025 08:19 AM (IST)

    राजस्थान इंटेलिजेंस ने अलवर से मंगत सिंह नामक एक युवक को ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद से ही उस पर नजर रखी जा रही थी। ईशा शर्मा नामक एक पाकिस्तानी महिला ने उसे हनीट्रैप में फंसाया था। मंगत सिंह के खिलाफ शासकीय गोपनीयता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।

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    ISI के लिए जासूसी करने वाला मंगत सिंह अलवर से गिरफ्तार (फोटो- ANI)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान इंटेलिजेंस ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने वाले युवक को अलवर से गिरफ्तार किया है। युवक पर ऑपरेशन सिंदूर के बाद से ही नजर रखी जा रही थी। जिसे अब शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के तहत गिरफ्तार किया गया है।

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    दरअसल, अलवर अतिसंवेदनशील और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षेत्र है। अलवर के गोविंदगढ़ निवासी मंगत सिंह की गतिविधियां संदिग्ध पाई गईं। जिसके बाद राजस्थान इंटेलिजेंस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मंगत सिंह को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।

    ईशा शर्मा नाम की पाकिस्तानी महिला ने हनीट्रैप में फंसाया

    राजस्थान इंटेलिजेंस ने अलवर निवासी मंगत सिंह को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में शासकीय गोपनीयता अधिनियम 1923 के तहत गिरफ्तार किया है। अलवर के छावनी क्षेत्र में निगरानी के दौरान, गोविंदगढ़, अलवर निवासी मंगत सिंह की गतिविधियां संदिग्ध पाई गईं। मंगत सिंह को कथित तौर पर ईशा शर्मा नाम की एक पाकिस्तानी महिला हैंडलर ने हनीट्रैप में फंसाया था, जिसने सहयोग के बदले उसे पैसे देने की पेशकश की थी। मंगत सिंह के खिलाफ कल जयपुर स्थित विशेष पुलिस स्टेशन में शासकीय गोपनीयता अधिनियम 1923 के तहत मामला दर्ज किया गया और सीआईडी इंटेलिजेंस राजस्थान ने उसे गिरफ्तार कर लिया।


    सोशल मीडिया से शेयर कर रहा था जानकारी

    पिछले दो वर्षो से मंगत सिंह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के हेण्डलरों से सोशल मीडिया के माध्यम से सम्पर्क में था। मंगत सिंह ऑपरेशन सिंदूर से पहले और बाद ईशा शर्मा नाम की एक पाकिस्तानी महिला हैंडलर से संपर्क में था। ईशा शर्मा से हनीट्रैप में फंसकर और पैसे के लालच में वह सोशल मीडिया के माध्यम से अलवर शहर की अतिमहत्वपूर्ण छावनी इलाके एवं देश के अन्य सामरिक स्थलों की महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कर रहा था।

    10 अक्टूबर को दर्ज हुआ मुकदमा

    केंद्रीय पूछताछ केंद्र जयपुर पर विभिन्न इन्टेलीजेन्स एजेन्सियों द्वारा की गई पूछताछ एवं उसके मोबाइल को जांच करने के बाद 10 अक्टूबर 2025 को जयपुर के स्पेशल पुलिस स्टेशन पर मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद सीआईडी इन्टेलीजेन्स राजस्थान द्वारा उसे गिरफ्तार किया गया।