'पीड़िता के परिवार को मिले सुरक्षा, CBI करे केस की जांच', सुप्रीम कोर्ट पहुंचा कोलकाता दुष्कर्म मामला; किसने दायर की याचिका?
कोलकाता लॉ कॉलेज में छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है जिसमें तत्काल न्यायिक हस्तक्षेप की मांग की गई है। याचिकाकर्ता ने निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई जांच और पीड़िता व गवाहों की सुरक्षा की मांग की है। साथ ही शैक्षणिक संस्थानों में सुरक्षा उपायों को लागू करने और पीड़िता को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की गई है।

एएनआई, नई दिल्ली। Kolkata Rape Case: कोलकाता लॉ कॉलेज में 24 वर्षीय छात्रा के साथ हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना में तत्काल न्यायिक हस्तक्षेप की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका (पत्र याचिका) दायर की गई है।
याचिकाकर्ता अधिवक्ता सत्यम सिंह राजपूत ने इस घटना की निष्पक्ष और समयबद्ध जांच सुनिश्चित करने के लिए कोर्ट की निगरानी में राजनीतिक प्रभाव से मुक्त सीबीआई जांच की मांग की है। इसके अलावा, याचिका में पीड़िता, उसके परिवार के सदस्यों, गवाहों और उसके कानूनी प्रतिनिधियों के लिए तत्काल सुरक्षा की मांग की गई है।
50 लाख रुपये के अंतरिम मुआवजा की मांग
याचिका में सुप्रीम कोर्ट से शैक्षणिक संस्थानों में व्यापक सुरक्षा उपायों को लागू करने के निर्देश देने की भी मांग की गई है, जिसमें अनिवार्य सीसीटीवी निगरानी, महिला सुरक्षा प्रकोष्ठ और नियमित सुरक्षा ऑडिट शामिल हैं। इसके अलावा, याचिका में पीड़िता के चिकित्सा उपचार, पुनर्वास और कानूनी खर्चों के लिए 50 लाख रुपये का अंतरिम मुआवजा भी मांगा गया है।
इसके अलावा, याचिका में कोर्ट से पीड़िता को शर्मिंदा करने वाले जनप्रतिनिधियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है। गौरतलब है कि 25 जून की शाम को कोलकाता के लॉ कॉलेज में एक छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया।
24 घंटे के भीतर तीनों आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने 24 घंटे के भीतर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपियों के नाम मोनोजीत मिश्रा, जैब अहमद और प्रमित मुखोपाध्याय हैं, जो उसी लॉ कॉलेज के पूर्व छात्र या कर्मचारी थे।
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