लाल सागर में भारतीय नौसेना का बड़ा ऑपरेशन, सोमालिया के 35 समुद्री लुटेरे गिरफ्तार, 3 महीने पहले जहाज को किया था हाईजैक
भारतीय नौसेना ने लाल सागर के पूर्व में 100 दिनों के समुद्री डकैती विरोधी अभियानों के बाद शनिवार को 35 सोमाली समुद्री लुटेरों को भारत लाकर मुंबई पुलिस को सौंप दिया है। सोमालिया समुद्री डाकुओं द्वारा अपहरण किए गए मालवाहक जहाज से भारतीय नौसेना ने 35 डाकुओं को गिरफ्तार किया है। एमवी रुएन मालवाहक जहाज को 14 दिसंबर 2023 को सोमालियाई समुद्री डाकुओं द्वारा अपहरण कर लिया गया था।
रॉयटर्स, नई दिल्ली। भारतीय नौसेना ने लाल सागर के पूर्व में 100 दिनों के समुद्री डकैती विरोधी अभियानों के बाद शनिवार को 35 सोमाली समुद्री लुटेरों को भारत लाकर मुंबई पुलिस को सौंप दिया है। सोमालिया समुद्री डाकुओं द्वारा अपहरण किए गए मालवाहक जहाज से भारतीय नौसेना ने 35 डाकुओं को गिरफ्तार किया है।
एमवी रुएन मालवाहक जहाज को 14 दिसंबर, 2023 को सोमालियाई समुद्री डाकुओं द्वारा अपहरण कर लिया गया था। जहाज का जब अपहरण किया गया तो वह भारतीय तट से लगभग 1,400 समुद्री मील (2,600 किलोमीटर) दूर था। जिसके बाद अदन की खाड़ी और उत्तरी अरब सागर क्षेत्र में सबसे बड़ी राष्ट्रीय सेना ने सोमाली तट से अपहरण के तीन महीने बाद पिछले सप्ताह मालवाहक जहाज रुएन से समुद्री डाकुओं को गिरफ्तार कर लिया और मुंबई पुलिस को सौंप दिया।
Maharashtra | A case was registered against 35 Somalian marine accused under IPC sections 307,364(A),363,384,353,341,342,344,(A) 120(B),143,145,147,148,149,438,427, 506 and 506(2) at Yellow Gate Police Station, Mumbai and they have been arrested: Mumbai Police https://t.co/3A8JgYtcYp— ANI (@ANI) March 23, 2024
यमन के ईरानी समर्थित हूती आतंकवादियों द्वारा लाल सागर में हमलों से शिपिंग की रक्षा करने पर पश्चिमी बलों के फोकस का लाभ उठाते हुए समुद्री लुटेरों ने नवंबर से अब तक 20 से अधिक अपहरण किए हैं या प्रयास किए हैं, जिससे बीमा और सुरक्षा लागत बढ़ गई है और वैश्विक शिपिंग कंपनियों के लिए संकट बढ़ गया है।
भारत की नौसेना ने कहा कि हमास के खिलाफ इजरायल के युद्ध के दौरान गाजा में फलिस्तीनियों के साथ एकजुटता का दावा करने वाले हूती आतंकवादियों के हमलों और समुद्री डकैती में वृद्धि के साथ, नवंबर के बाद से क्षेत्र के माध्यम से वाणिज्यिक यातायात आधा हो गया है, क्योंकि जहाज दक्षिणी अफ्रीका के आसपास लंबा रास्ता अपनाते हैं।
भारतीय कमांडो द्वारा पकड़े गए समुद्री डाकुओं के खिलाफ समुद्री डकैती रोधी अधिनियम 2022 के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस प्रावधान के तहत आजीवन कारावास की सजा का भी सामना करना पड़ सकता है। यह कानून नौसेना को खुले समुद्र में समुद्री डाकुओं को पकड़ने और गिरफ्तार करने में सक्षम बनाता है।
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने ऑपरेशन के 100वें दिन के अवसर पर एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सोमालियाई समुद्री डाकु अन्य जहाजों पर हमले करने के लिए रुएन को अपने "मदर शिप" के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे। वहीं, कमांडो ने चालक दल के सभी 17 सदस्यों को बचा लिया है।