'नेपाल के लिए काला दिन', सोशल मीडिया बैन के बाद मचे बवाल पर मनीषा कोइराला ने तोड़ी चुप्पी
अभिनेत्री मनीषा कोईराला ने नेपाल में युवा प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की हिंसक कार्रवाई की आलोचना की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर खून से सना जूता दिखाते हुए एक भावुक तस्वीर शेयर की है। नेपाल में हजारों युवा सोशल मीडिया पर प्रतिबंध और भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार ने फेसबुक यूट्यूब और एक्स सहित कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को ब्लॉक कर दिया है जिससे लोग नाराज हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मनीषा कोईराला ने नेपाल में युवा प्रदर्शनकारियों पर पुलिस के हिंसक कार्रवाई की कड़ी आलोचना की है। इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में, अभिनेत्री ने खून से सना एक जूता दिखाते हुए एक भावुक तस्वीर शेयर की और देश में फैली इस गंभीर स्थिति पर एक संदेश भी दिया।
मनीषा ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर लिखा, "आज नेपाल के लिए एक काला दिन है - जब भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों की आवाज और न्याय की मांग पर गोलियों से जवाब दिया जाता है।"
नेपाल में क्या हुआ?
हजारों नेपाली युवा जिनमें ज्यादातर जेनरेशन जेड (जेन जी) के लोग हैं, काठमांडू और अन्य शहरों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वे सरकार से लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने और भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
सोमवार को यह आंदोलन ने उस वक्त एक दुखद मोड़ ले लिया, जब सुरक्षा बलों ने कई जिलों में प्रदर्शनकारियों पर गोली चला दी। नेपाल के स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्रालय के अनुसार, कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 250 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय झंडा लेकर मार्च निकाला, राष्ट्रगान गाया और भ्रष्टाचार और सेंसरशिप के खिलाफ अपना गुस्सा जताया। प्रदर्शन तब और बढ़ गया जब भीड़ संसद में जमा हो गई और उसके प्रवेश द्वार में आग लगा दी, जिसके बाद पुलिस को पानी की बौछार, आंसू गैस और अंत में असली गोलियों का इस्तेमाल करना पड़ा।
सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन क्यों?
नेपाल सरकार की ओर से फेसबुक, यूट्यूब और एक्स सहित 26 गैर-पंजीकृत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को ब्लॉक करने के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। इससे लाखों यूजर्स इंटरनेट से कट गए और वे इस कार्रवाई से नाराज हो गए।
पिछले साल सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अधिकारियों ने टेक कंपनियों को स्थानीय स्तर पर रजिस्ट्रेशन करने, कंप्लायंस ऑफिसर नियुक्त करने और एक संपर्क बिंदु स्थापित करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया था।
अधिकारियों का कहना है कि यह कदम डिजिटल प्लेटफॉर्म को रेगुलेट करने के लिए था, क्योंकि उन्हें ऑनलाइन धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग की चिंताओं के कारण यह कदम उठाना पड़ा था। इसी तरह की चिंताओं के कारण जुलाई में टेलीग्राम को भी सस्पेंड कर दिया गया था।
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