छिंदवाड़ा में कोल्ड्रिफ के होलसेलर पर सबूत मिटाने का आरोप, सीरप बिक्री का नहीं रखा कोई रिकार्ड
मध्य प्रदेश में जहरीले कफ सीरप कांड में एफडीए ने पुलिस को रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें न्यू अपना फार्मा पर साक्ष्य छिपाने का आरोप है। पुलिस अब संचालक को सह-आरोपित बनाने की तैयारी कर रही है। ड्रग इंस्पेक्टर्स ने अन्य मेडिकल स्टोर्स से भी सैंपल लिए हैं। सीरप पीने वाले कुछ बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है। एसआईटी मामले की जांच के लिए चेन्नई रवाना हो गई है। सरकार अब दवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करेगी।

होलसेलर पर साक्ष्य छिपाने का आरोप।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में जहरीले कफ सीरप कांड के संदर्भ में खाद्य और औषधि प्रशासन विभाग (एफडीए) ने पुलिस को एक रिपोर्ट सौंपी है। इसमें न्यू अपना फार्मा मेडिकल स्टोर के संचालक राजेश सोनी और कोल्ड्रिफ कफ सीरप के होलसेलर पर साक्ष्य छिपाने का आरोप लगाया गया है।
जेश सोनी ने सीरप की बिक्री का कोई रिकार्ड नहीं रखा और जांच टीम को बची हुई बोतलें भी जब्त करने के लिए नहीं दीं। इस आधार पर पुलिस अब सोनी को सह-आरोपित बनाने की तैयारी कर रही है। रिकार्ड में गड़बड़ी मिलने पर सात दवा दुकानदारों को नोटिस भी जारी किया गया है।
गौरतलब है कि न्यू अपना फार्मा मेडिकल स्टोर डा. प्रवीण सोनी के परिवार द्वारा संचालित है, जो मृत बच्चों को सीरप लिखने के मामले में गिरफ्तार हैं। राजेश सोनी भी डा. प्रवीण के परिवार से जुड़े हुए हैं। डा. प्रवीण ने अपने निजी अस्पताल में जिन बच्चों को कोल्ड्रिफ सीरप लिखी, वे इसी मेडिकल स्टोर से विक्रय की गई। इस बीच, ड्रग इंस्पेक्टर्स की टीम ने शहर के बड़े मेडिकल स्टोर्स से 49 अन्य कफ सीरप के सैंपल भी जांच के लिए भोपाल लैब भेजे हैं। इनमें अग्रवाल औषधि भंडार, शिव फार्मा और खंडेलवाल मेडिकल स्टोर्स शामिल हैं।
अभी भी छह बच्चे गंभीर, 12 बच्चे और रेफर
छिंदवाड़ा जिले में कोल्ड्रिफ सीरप पीने वाले छह बच्चों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। वे सभी नागपुर के अस्पतालों में भर्ती हैं। सोमवार को 12 अन्य बच्चे छिंदवाड़ा जिला अस्पताल से नागपुर के लिए रेफर किए गए, जबकि दो बच्चे स्वस्थ हो चुके हैं।
रंगनाथन को चेन्नई ले गई एसआइटी
कोल्ड्रिफ कप कांड के आरोपित और श्रीसन फार्मा के डायरेक्टर जी. रंगनाथन को लेकर एसआइटी सोमवार को चेन्नई रवाना हो गई। टीम को रविवार को ही चेन्नई रवाना होना था, लेकिन इस मामले में पुलिस ने कुछ और पूछताछ की है। पूछताछ में आरोपित ने दो-तीन और नाम बताए हैं। उन्हें भी गिरफ्तार कर छिंदवाड़ा लाया जाएगा। चेन्नई में फैक्ट्री के दस्तावेज, रिकार्ड और जिम्मेदार लोगों की भूमिका जांची जाएगी। जांच का दायरा परिवार तक बढ़ सकता है। कुछ सदस्यों के विदेश में रहने की जानकारी भी सामने आई है।
हर बैच की गुणवत्ता रिपोर्ट के बाद ही रोगियों को दी जाएंगी दवाएं
प्रदेश में विषाक्त कफ सीरप से छिंदवाड़ा, बैतूल और पांढुर्ना जिलों में अधिक बच्चों की मौत से राज्य सरकार ने सबक लिया है। मप्र पब्लिक सप्लाई कारपोरेशन के एमडी मयंक अग्रवाल का कहना है कि अब सरकारी अस्पतालों में प्रत्येक दवा उसकी गुणवत्ता सुनिश्चित होने के बाद ही उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए हर बैच की दवा की पहले जांच कराई जाएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।