Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पंजाब और हरियाणा में हालात बिगड़े, दिल्ली में बढ़ा बाढ़ का खतरा; पहाड़ों पर बारिश से नदियों में उफान

    Updated: Tue, 02 Sep 2025 12:08 AM (IST)

    उत्तर भारत में भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति गंभीर है। हिमाचल प्रदेश को आपदाग्रस्त राज्य घोषित किया गया है और कई राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है जिससे दिल्ली में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। पंजाब में सतलुज नदी के उफान से स्थिति और भी खराब हो गई है।

    Hero Image
    बाढ़ से उत्तर भारत बेहाल, कई राज्यों में रेड अलर्ट जारी

    टीम जागरण, नई दिल्ली। उत्तर भारत के कई राज्यों में जारी वर्षा के कारण बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। पर्वतीय क्षेत्रों से आ रहे जल प्रवाह के कारण पंजाब और हरियाणा में बाढ़ ने व्यापक तबाही मचाई है। हिमाचल प्रदेश को पहली सितंबर से आपदाग्रस्त राज्य घोषित किया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधानसभा में इसकी घोषणा की। मौसम विभाग ने मंगलवार को पंजाब, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल के कई जिलों में भारी वर्षा के लिए रेड अलर्ट और हरियाणा में यलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही, दिल्ली में भी अगले 48 घंटों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।

    पहाड़ों पर बारिश से नदियों में उफान

    पहाड़ों पर लगातार हो रही वर्षा के कारण यमुना नदी का जल प्रवाह सीजन के उच्चतम स्तर तीन लाख 29 हजार क्यूसेक पर पहुंच गया है। हरियाणा के सिंचाई विभाग ने बाढ़ की स्थिति को देखते हुए सायरन बजाकर सभी को अलर्ट कर दिया है। लगभग 50 गांवों की 50 हजार एकड़ फसल बाढ़ में डूब गई है।

    यमुना का जलस्तर बढ़ रहा

    उत्तर प्रदेश की ओर हथिनीकुंड बैराज पर सुरक्षा दीवार में दरारें आ गई हैं और तटबंध भी बैठ गया है। यमुना नदी का जल प्रवाह बढ़ता जा रहा है, और 48 घंटे बाद यह पानी दिल्ली पहुंच सकता है। हरियाणा में यमुना नदी के किनारे स्थित गांवों के स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है, और सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई हैं। यमुनानगर में शाम को जल प्रवाह 2.93 लाख क्यूसेक तक पहुंच गया है।

    बैराज के 18 गेट पिछले 18 घंटों से खुले हैं, जो कई वर्षों में पहली बार हुआ है। मुख्यमंत्री नायब सैनी के मीडिया सचिव प्रवीण आत्रेय ने कहा कि प्रदेश में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। किसी भी जिले में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई है, और सभी जिलों में कंट्रोल रूम स्थापित कर लोगों की सहायता की जा रही है। बाढ़ से यमुना नदी के किनारे लगभग दो हजार एकड़ फसल बर्बाद हो गई है।

    ब्यास और रावी के बाद अब सतलुज भी उफान पर

    पंजाब में बाढ़ की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। ब्यास और रावी नदी का जलस्तर बढ़ने से राज्य के आठ जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। अब सतलुज नदी भी उफान पर है, जिससे रूपनगर, नवांशहर, लुधियाना और जालंधर में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। सेना ने भी स्पष्ट किया है कि उनकी टीमें पंजाब के भाखड़ा, पौंग और रणजीत सागर बांध के हालात पर नजर रख रही हैं।

    मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को होशियारपुर जिले के बाढ़ प्रभावित मियानी क्षेत्र का दौरा किया। पंजाब में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 29 तक पहुंच गई है। मौसम विभाग ने मंगलवार को भी कुछ जिलों में भारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया है। राज्य सरकार ने तीन सितंबर तक स्कूलों को बंद रखने की घोषणा की है।

    जम्मू-कश्मीर में दो दिन मौसम का रेड अलर्ट

    मौसम विभाग ने अगले दो दिन जम्मू संभाग के चार जिलों और कश्मीर के तीन जिलों में भारी वर्षा, बाढ़, तूफान और भूस्खलन की चेतावनी दी गई है। श्रीनगर में तेज वर्षा के बाद झेलम नदी का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे लोग अपने सामान को ऊपरी मंजिल पर शिफ्ट कर रहे हैं। जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर यातायात आंशिक रूप से बहाल किया गया है, लेकिन मुगल रोड पर भूस्खलन से यातायात बाधित है। माता वैष्णो देवी की यात्रा भी स्थगित रही है।

    मणिमहेश श्रद्धालुओं को निकालने का अभियान रुका

    मौसम विभाग ने मंडी, कांगड़ा और सिरमौर में भारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया है। चंबा जिले में मणिमहेश यात्रा के दौरान 16 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। चंडीगढ़-शिमला फोरलेन पर सलोगड़ा में भूस्खलन होने से वाहनों की आवाजाही एक ही लेन से हुई। कीरतपुर-मनाली फोरलेन पंडोह से औट के बीच मलबा गिरने से बंद रहा। चंबा-भरमौर मार्ग पर जांघी में भूस्खलन के कारण मणिमहेश श्रद्धालुओं को निकालने का अभियान रुक गया। भरमौर में 3200 श्रद्धालु फंसे हैं। वहीं कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर हो रहे भूस्खलन के कारण रेलवे विभाग ने पांच सितंबर तक सभी रेलगाडि़यां स्थगित कर दी हैं।

    चार धाम यात्रा स्थगित

    उत्तराखंड में भी भूस्खलन के कारण हेमकुंड साहिब समेत चारधाम यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। प्रदेश में 360 मार्ग बाधित हैं। मुनकटिया के पास एक हादसे में दो यात्रियों की मौत हो गई। मौसम विज्ञान विभाग ने पांच जिलों में वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया है। इसे देखते हुए सोमवार को प्रदेश के सभी जिलों के स्कूलों अवकाश घोषित किया गया था।

    उत्तरकाशी के स्यानाचट्टी में यमुना पर बनी झील में पानी बढ़ गया है, जिससे यमुनोत्री हाईवे का पुल जलमग्न हो गया है। धराली में भागीरथी पर बनी झील को 27 दिन बाद भी नहीं खोला जा सका है। वहीं उत्तर प्रदेश में भी मूसलधार बारिश के कारण 13 लोगों की जान गई है। हरदोई, गोंडा और बहराइच में वज्रपात से मौतें हुई हैं। जलभराव के कारण कई स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है।

    राजस्थान में भारी वर्षा का सिलसिला जारी

    राजस्थान में भारी वर्षा का सिलसिला जारी है। हनुमानगढ़ जिले में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। सरकारी कार्यालयों और घरों में पानी भर गया है। मक्कासर में आपदा प्रबंधन दल ने फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला। बीकानेर में कच्चा घर गिरने से एक महिला की मौत हो गई। मौसम विभाग ने सितंबर के पहले सप्ताह में मानसून के सक्रिय रहने और भारी वर्षा की संभावना जताई है।

    यह भी पढ़ें: दिल्ली में खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना, बाढ़ की चेतावनी के बीच 5 सितंबर तक बारिश का अलर्ट

    comedy show banner