'पाक तनाव बढ़ाता है तो हम और तरीके भी जानते हैं', मुत्तकी ने पाकिस्तान को दी खुली चेतावनी; इस बार महिला पत्रकारों को किया आमंत्रित
काबुल में पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प के बीच, अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी ने नई दिल्ली से पाकिस्तान को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान बातचीत और समझबूझ से मुद्दे हल करना चाहता है, लेकिन अगर पाकिस्तान तनाव बढ़ाएगा तो उसके पास अन्य तरीके भी हैं।
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मुत्तकी ने पाकिस्तान को दी खुली चेतावनी (फाइल फोटो)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। काबुल में पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प के गंभीर होने की खबर के बीच रविवार को इस्लामिक अमीरात (तालिबान) के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी ने नई दिल्ली से पाकिस्तान को एक बार फिर चेतावनी दी है।
मुत्तकी ने यहां कहा कि, “उनकी सरकार पाकिस्तान के साथ सारे मुद्दों पर आपसी विमर्श व समझबूझ से हल करने की नीति पर चलता है लेकिन अगर पाकिस्तान तनाव बढ़ाना चाहता है तो उसके पास अन्य तरीके भी हैं।'' तालिबान के विदेश मंत्री भारत के छह दिवसीय दौरे पर आए हैं। यह तीन दिनों में उनकी दूसरी प्रेस काफ्रेंस थी।
महिला पत्रकारों को किया गया आमंत्रित
शुक्रवार को भी उन्होंने कहा था कि अगर पाकिस्तान को अफगानी नागरिकों को छेड़ने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। अफगानी दूतावास की तरफ से रविवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में भारतीय महिला पत्रकारों को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया था और इसमें बड़ी संख्या में भारी संख्या में महिला पत्रकारों ने हिस्सा भी लिया।
शुक्रवार को जब मुत्तकी की प्रेस कांफ्रेस हुई थी, उसमें महिला पत्रकारों को नहीं बुलाया गया था। इसका ना सिर्फ पत्रकार बिरादरी में काफी विरोध हुआ बल्कि कांग्रेस पार्टी ने इसको लेकर सरकार को घेरा। सांसद प्रियंका गांधी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इसका विरोध किया था।
क्यों नहीं बुलाई गईं थी महिला पत्रकार?
इस बारे में जब पूछा गया तो मुत्तकी ने महिलाओं पत्रकारों को आमंत्रित न करने को 'तकनीकी समस्या' करार दिया और कहा कि यह शॉर्ट नोटिस पर आयोजित कार्यक्रम था, जिसमें उनके दल ने विशेष सूची तैयार की थी। उन्होंने कहा कि, “यह एक तकनीकी मुद्दा था। हमारा दौरा भारत के साथ संबंध मजबूत करने के लिए है, न कि किसी विवाद के लिए।''
मुत्तकीके भारत दौरे की शुरुआत गुरुवार को हुई और उसी दिन पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के कई इलाकों में हमला किया था। शनिवार को रात में भी काबुल में भी हमला किया गया और उसके बाद दोनों देशों की सेनाओं के बीच भारी गोला-बारी भी हुई है।
अफगानिस्तान ने दावा किया है कि उसकी जवाबी कार्रवाई में 58 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हुई है जबकि 25 पाकिस्तानी सैनिकों को गिरफ्तार किया गया है। पाकिस्तान ने स्वीकार किया है कि शनिवार को हुई कार्रवाई में उसके 23 सैनिकों की मौत हुई है।
भारत-अफगान के रिश्तों में सुधार
कुछ विशेषज्ञों ने कहा है कि मुत्तकी के दौरे से भारत व अफगानिस्तान में जिस तरह से संबंधों में सुधार की संभावना जगी है, पाकिस्तान को यह बहुत ही नागवार गुजरा है। उसी खुंदक में अफगानिस्तान पर हमला किया गया है।मुत्तकी ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि, “हम पाकिस्तान सरकार को चेताते हैं कि इस तरह की कार्रवाइयों से समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता। अफगानिस्तान में 40 साल बाद शांति और प्रगति आई है। अफगानों के साहस की परीक्षा न लें। यदि कोई ऐसा करना चाहे, तो सोवियत संघ, अमेरिका और नाटो से पूछ लें कि अफगानिस्तान से खेलना ठीक नहीं है।''
उन्होंने आगे कहा कि, “अभी हालात नियंत्रण में है। हमने अपनी तरफ से युद्ध समाप्त कर दिया है। हम अच्छे संबंध चाहते हैं। बातचीत के लिए हमारे दरवाजे खुले हैं। इस्लामिक एमिरेट ऑफ अफगानिस्तान की नीति सभी समस्याओं को चर्चा और समझ के जरिए हल करना है। हमने पूरे अफगानिस्तान में शांति लाने में सफल हुए हैं। हम बिल्कुल भी तनाव नहीं चाहते और अगर वे (पाकिस्तान) ऐसा चाहते, तो अफगानिस्तान के पास अन्य साधन भी हैं।''
अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को दी चेतावनी
हालांकि उन्होंन यह भी कहा कि, पाकिस्तान का अवाम, उनके कुछ राजनेता और सरकार के कुछ लोग अमन-पसंद हैं। हमें वहां की अवाम या राजनेताओं से कई समस्या नहीं है लेकिन कुछ लोगों को अफगानिस्तान में अमन पसंद नहीं है। वो स्थिति को खराब करना चाहते हैं। अफगानिस्तान ऐसे में अपने लोगों की सुरक्षा करने के लिए कदम उठाएगा।
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