स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देकर बनाएं जनआंदोलन, टैरिफ विवाद के बीच PM मोदी की सांसदों से अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजग सांसदों से स्वदेशी मेला आयोजित करने का आग्रह किया ताकि स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा मिले और यह एक जन आंदोलन बने। उन्होंने भारत में निर्मित उत्पादों को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया और सांसदों से नवरात्र से दीपावली के दौरान निर्वाचन क्षेत्र में बैठकें आयोजित करने का आग्रह किया। मोदी ने कहा कि विकसित राष्ट्र बनने के लिए आत्मनिर्भर होना आवश्यक है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को राजग सांसदों से स्वदेशी मेला आयोजित करने का आग्रह किया, ताकि स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा दिया जा सके और इसे एक जन आंदोलन बनाया जा सके। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आत्मनिर्भरता ही भारत की प्रगति का मार्ग है, खासकर ऐसे समय में जब हमारी बढ़ती ताकत को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
उपराष्ट्रपति चुनाव से एक दिन पहले सांसदों को संबोधित करते हुए मोदी ने 'भारत में निर्मित' उत्पादों को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। सूत्रों के अनुसार, पीएम ने सांसदों से आग्रह किया कि खासकर नवरात्र से दीपावली के दौरान अपने निर्वाचन क्षेत्र में बैठकें आयोजित कर लोगों और व्यापारियों को जीएसटी कटौती के व्यापक प्रभाव से अवगत कराएं।
विकसित राष्ट्र बनने के लिए आत्मनिर्भर होना आवश्यक
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू ने बाद में कहा कि आत्मनिर्भरता की आवश्यकता पर जोर देते समय पीएम मोदी किसी देश का उल्लेख नहीं कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भारत एक मजबूत राष्ट्र के रूप में उभर रहा है, तो कुछ चुनौतियां आएंगी। इसे विकसित राष्ट्र बनने के लिए आत्मनिर्भर होना आवश्यक है।
PM मोदी ने दोहराई स्वदेशी की बात
भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद अमेरिका के साथ संबंधों में आई तल्खी के बीच मोदी ने ''स्वदेशी'' की बात फिर से दोहराई है। हालांकि, वह लंबे समय से इस पर जोर देते रहे हैं। उन्होंने सांसदों से भारत में निर्मित उत्पादों को बढ़ावा देने का आग्रह किया। कहा कि लोगों को मेड इन इंडिया उत्पादों पर उतना ही गर्व होना चाहिए, जितना वे कभी जापानी वस्तुओं पर महसूस करते थे। स्वदेशी हर उस कार्यक्रम का हिस्सा होना चाहिए, जिसमें सांसद शामिल होते हैं।
सांसद सुनिश्चित करें कि उपराष्ट्रपति चुनाव में सही मतदान करें- पीएम मोदी
जीएसटी दरों में कटौती से लोगों में एक लहर पैदा हुई है, लेकिन सांसदों को ''स्वदेशी मेले'' और ''व्यापारी सम्मेलन'' आयोजित करके इसे और आगे बढ़ाना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने एक उदाहरण देते हुए कहा कि अगर तूफान भी चल रहा हो, तो अपनी गाड़ी के टायरों में हवा भरवानी पड़ती है।
इसी तरह, अनुकूल माहौल होने पर भी संदेश को आगे बढ़ाने के लिए जमीनी स्तर पर काम करना पड़ता है। उपराष्ट्रपति चुनाव का जिक्र करते हुए उन्होंने सांसदों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि वे सही मतदान करें। जब सांसद मतदान में गलती करते हैं, तो इससे अच्छा संदेश नहीं जाता।
(समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
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