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    नॉर्थ-ईस्ट में बारिश का कहर, बाढ़ और भूस्खलन से दो दिनों में 30 की मौत; असम में 24 घंटों में गई 8 लोगों की जान

    Updated: Sun, 01 Jun 2025 09:39 AM (IST)

    भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में लगातार हो रही बारिश के बाद अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से भारी तबाही मची है। पिछले दो दिनों में 30 लोगों की मौत हो गई। असम में पिछले 24 घंटों में 8 लोगों की मौत हुई है। मौसम विभाग ने असम के कुछ हिस्सों के लिए रेड अलर्ट भी जारी किया है।

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    भारत के पूर्वोत्तर राज्यो में आई बाढ़ (फोटो सोर्स- एएनआई/पीटीआई)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन से दो दिनों में 30 लोगों की मौत हो चुकी है। 1 जून को भी भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ के कारण 14 लोगों की मौते होने की जानकारी सामने आई है।

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    कितने लोग हुए प्रभावित?

    असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम और मणिपुर भूस्खलन और बाढ़ से काफी ज्यादा प्रभावित हुए हैं। असम के 12 जिलों में कम से कम 60 हजार लोग प्रभावित हुए हैं।

    असम में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन की वजह से 8 लोगों की मौत हो गई है और अरुणाचल में बाढ़ और भूस्खलन से 9 लोगों की मौत हुई है। अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी कामेंग जिले में भूस्खलन के बाद सड़क से कार बह जाने की वजह से दो परिवारों के सात सदस्यों की मौत हो गई।

    मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

    मौसम विभाग ने असम के कुछ हिस्सों के लिए रेड और औरंज अलर्ट जारी किया है और बाकी पूर्वोत्तर के लिए औरंज और येलो अलर्ट जारी किया है। असम में पिछले 24 घंटों में लगातार बारिश के बाद भूस्खलन से 8 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही छह जिलों में बाढ़ आ गई है, जिससे 10 हजार लोग प्रभावित हुए हैं।

    असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) ने बताया कि सभी पांच मौत कामरूप महानगर जिले में हुई हैं। राज्य के शहरी मामलों के मंत्री जयंत मल्ला बरुआ ने बताया कि गुवाहाटी का बाहरी इलाका बोंडा में भूस्खलन में तीन महिलाओं की मौत हो गई।

    टूटा 67 साल पुराना रिकॉर्ड

    गुवाहाटी में एक दिन में 111 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसने 67 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। ब्रह्मपुत्र समेत पूर्वोत्तर की कई नदियों का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है। सिक्किम के मंगन क्षेत्र में हुई भारी वर्षा के बाद तीस्ता नदी का भी जलस्तर बढ़ गया है।

    इसके साथ ही उत्तरी सिक्किम में निर्माणाधीन संकालंग पुल का एक हिस्सा भारी बारिश के कारण तीस्ता नदी में बह गया। यह पुल उत्तरी सिक्किम के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह जोंगू, चुंगथांग, लाचुंग और लाचेन को शेष क्षेत्र से जोड़ने वाला एकमात्र संपर्क मार्ग है।

    इनपुट- एएनआई

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