Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    'ट्रंप दुनिया को न बताएं भारत क्या करेगा', रूसी तेल आयात पर अमेरिकी राष्ट्रपति के दावों पर शशि थरूर की दो टूक

    Updated: Thu, 23 Oct 2025 08:39 PM (IST)

    कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के उस दावे का विरोध किया है जिसमें उन्होंने कहा कि भारत रूसी तेल के आयात में कमी करेगा। थरूर ने कहा कि ट्रंप को भारत के फैसलों की घोषणा नहीं करनी चाहिए, क्योंकि भारत अपने फैसले स्वयं लेता है। ट्रंप ने दावा किया था कि भारत साल के अंत तक रूसी तेल का आयात लगभग शून्य कर देगा, जबकि भारत ने हमेशा अपने उपभोक्ता हितों को प्राथमिकता दी है।

    Hero Image

    शशि थरूर। (फाइल)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की उस दावे को लेकर आलोचना की जिसमें उन्होंने कहा कि भारत इस साल के अंत कर रूसी तेल आयात में उल्लेखनीय कमी लाएगा।

    एएनआई से बात करते हुए, थरूर ने राष्ट्रपति ट्रंप से कहा कि वे भारत के फैसलों की घोषणा दुनिया को न करें, क्योंकि नई दिल्ली वाशिंगटन डीसी की बात नहीं करता।

    ट्रंप भारत के फैसलों की घोषणा दुनिया में न करें- थरूर

    कांग्रेस सांसद ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि ट्रंप का भारत के फैसलों के बारे में घोषणा करना उचित है। मुझे लगता है कि भारत अपने फैसलों के बारे में घोषणाएं खुद करेगा। हम दुनिया को यह नहीं बताते कि ट्रंप क्या करेंगे। मुझे लगता है कि ट्रंप को दुनिया को यह नहीं बताना चाहिए कि भारत क्या करेगा।"

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ट्रंप ने रूसी तेल आयात पर किया दावा

    इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आश्वासन का हवाला देते हुए दावा किया कि भारत साल के अंत तक रूसी तेल आयात में उल्लेखनीय कमी लाएगा। ट्रंप ने यह भी कहा कि रूसी तेल आयात को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने की प्रक्रिया 'धीरे-धीरे' होगी, और दावा किया कि भारत साल के अंत तक इसे "लगभग शून्य" कर देगा।

    साल के अंत तक यह लगभग शून्य हो जाएगा- ट्रंप

    राष्ट्रपति ट्रंप ने व्हाइट हाउस में नाटो महासचिव मार्क रूट की मेजबानी के दौरान पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, "जैसा कि आप जानते हैं, भारत ने मुझसे कहा था कि वे इसे रोक देंगे। यह एक प्रक्रिया है; आप इसे यूं ही नहीं रोक सकते। लेकिन साल के अंत तक यह लगभग शून्य हो जाएगा। यह बहुत बड़ी बात है, यह लगभग 40 प्रतिशत तेल है। भारत बहुत अच्छा कर रहा है। कल प्रधानमंत्री मोदी से बात की और वे बिल्कुल शानदार थे।"

    उपभोक्ता हितों की रक्षा हमारी प्राथमिकता- भारत

    हालांकि, भारत की ओर से ऐसे किसी भी समझौते की बात से इनकार किया गया है। भारत हमेशा अपने उपभोक्ता हितों की रक्षा को अपनी प्राथमिकता बताता है। देश की ऊर्जा नीति स्थिर कीमतों और सुरक्षित आपूर्ति को प्राथमिकता देती है।

    ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है जब उन्होंने भारतीय सामान पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया है और भारत से ऊर्जा स्रोतों में विविधता लाने का आग्रह किया है।

    (समाचार एजेंसी एएनआई के इनपुट के साथ)

    इसे भी पढ़ें: नाग, टॉरपीडो और सुपर रैपिड गन...भारतीय सेना की बढ़ेगी ताकत, 79,000 करोड़ के हथियार खरीद पर लगी मुहर