केंद्र सरकार ने वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर शुरू की प्रतियोगिता, युवा कलाकारों के लिए खास मौका
गणतंत्र दिवस समारोह से पहले सरकार ने वंदेमातरम की 150वीं वर्षगांठ मनाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी प्रतियोगिता शुरू की है। इसमें नागरिक अपनी रचनात्मकता और देशभक्ति की भावना दिखाते हुए राष्ट्रीय गीत को अपने अनूठे अंदाज में प्रस्तुत कर सकते हैं।

केंद्र सरकार ने वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर शुरू की प्रतियोगिता (फाइल फोटो)
पीटीआई, नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस समारोह से पहले सरकार ने वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ मनाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी प्रतियोगिता शुरू की है। इसमें नागरिक अपनी रचनात्मकता और देशभक्ति की भावना दिखाते हुए राष्ट्रीय गीत को अपने अनूठे अंदाज में प्रस्तुत कर सकते हैं।
सरकार ने कहा कि चाहे शास्त्रीय शैली में गाया जाए, समकालीन प्रस्तुति के रूप में प्रस्तुत किया जाए, समूह प्रदर्शन के रूप में प्रस्तुत किया जाए या वाद्य संगीत के माध्यम से व्यक्त किया जाए, प्रत्येक प्रविष्टि वंदे मातरम की अद्वितीय विरासत का जश्न मनाएगी।
2026 के गणतंत्र दिवस समारोह के उपलक्ष्य में रक्षा मंत्रालय ने 'मायगाव' के साथ समन्वय में नागरिकों विशेषकर छात्रों और युवा कलाकारों के लिए राष्ट्र के प्रति अपनी देशभक्ति और सम्मान प्रदर्शित करने के लिए तीन प्रतियोगिताएं शुरू की हैं।
मंत्रालय ने यह भी कहा है कि लोग अपनी आवाज में वंदे मातरम का गायन रिकॉर्ड कर अपनी प्रविष्टियां भेज सकते हैं। सबसे आकर्षक प्रस्तुति को पुरस्कार दिए जाएंगे।
इस माह की शुरुआत में संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक वर्ष तक चलने वाले समारोहों की शुरुआत की। अन्य दो प्रतियोगिताएं हैं- चित्रकला प्रतियोगिता समृद्धि का मंत्र-आत्मनिर्भर भारत और निबंध प्रतियोगिता स्वतंत्रता का मंत्र-वंदे मातरम।

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