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    जेपी नड्डा ने 10 नई अमृत फार्मेसियों का किया शुभारंभ, अब इन जगहों पर भी मिलेंगी सस्ती दवाएं

    Updated: Sat, 15 Nov 2025 05:26 PM (IST)

    केंद्र सरकार ने सस्ती दवाओं की उपलब्धता बढ़ाने के लिए 10 नई अमृत फार्मेसियों की शुरुआत की है। स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने बताया कि अमृत नेटवर्क अब 24 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों में 255 से अधिक दुकानों तक फैल चुका है। इन केंद्रों पर दवाएं बाजार मूल्य से 50% तक कम कीमत पर उपलब्ध हैं, जिससे मरीजों को भारी बचत हो रही है। सरकार का लक्ष्य सभी को सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है।

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    जेपी नड्डा ने लॉन्च की 10 अमृत फार्मेसी।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने शनिवार को देश में सस्ती दवाओं तक पहुंच बढ़ाने और स्वास्थ्य सेवा को मजबूत करने के लिए 10 नई अमृत (इलाज के लिए सस्ती दवाएं और विश्वसनीय प्रत्यारोपण) फार्मेसियों का शुभारंभ किया।

    केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने कार्यक्रम की 10वीं वर्षगांठ के मौके पर राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित एक कार्यक्रम में फार्मेसियों का शुभारंभ किया।

    क्या बोले जेपी नड्डा?

    नड्डा ने कहा, "वर्ष 2015 में शुरू किया गया अमृत नेटवर्क 24 राज्यों और चार केंद्र शासित प्रदेशों में 255 से अधिक दुकानों तक फैल चुका है।" उन्होंने देश भर में गुणवत्तापूर्ण दवाओं को सस्ती और सुलभ बनाने में अमृत की एक दशक की परिवर्तनकारी यात्रा पर प्रसन्नता व्यक्त की।

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    अब इन जगहों पर भी मिलेंगी सस्ती दवाएं

    नए केंद्र नए केंद्र चंडीगढ़ स्थित पीजीआई न्यूरोसाइंस सेंटर, जम्मू स्थित जीएमसीएच यूनिट-II,जम्मू स्थित राज्य कैंसर संस्थान, एम्स देवगढ़, श्रीनगर स्थित दंत चिकित्सालय,त्रिवेंद्रम स्थित एससीटीआईएमएसटी, मुंबई पोर्ट ट्रस्ट, आईआईटी जोधपुर, एम्स गोरखपुर और एम्स कल्याणी यूनिट 3 में संचालित होंगे।

    नड्डा ने कहा, "2014 में सरकार ने देश के सभी लोगों को सुलभ, सस्ती और समान स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से अमृत और जन औषधि केंद्र शुरू किए थे।" उन्होंने कहा, "ये केंद्र आवश्यक दवाओं के साथ-साथ ऑन्कोलॉजी से लेकर हृदय संबंधी देखभाल, आर्थोपेडिक देखभाल और दवाओं तथा चिकित्सा उपकरणों दोनों के लिए विशेष हस्तक्षेप की देखभाल कर रहे हैं।"

    कितनी सस्ती मिलेंगी दवाएं?

    इन केंद्रों पर आवश्यक दवाइयां, जीवन रक्षक दवाएं और चिकित्सा उपकरण काफी कम कीमतों पर उपलब्ध कराती हैं, जो प्रायः अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) से 50 प्रतिशत तक कम होती हैं।

    स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, "अमृत में ऑन्कोलॉजी, कार्डियोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स और एंडोक्राइनोलॉजी जैसी ब्रांडेड दवाओं पर गुणवत्ता से समझौता किए बिना 50 प्रतिशत की छूट दी जा रही है, जो सराहनीय है।"

    इस नेटवर्क के माध्यम से 6,500 से अधिक दवाएं और चिकित्सा उत्पाद उपलब्ध हैं, जिससे देश भर में 6.85 करोड़ से अधिक मरीज लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने कहा, "अब तक इन दुकानों के माध्यम से 17,000 करोड़ रुपये से अधिक की दवाएं वितरित की जा चुकी हैं। इससे मरीजों की कुल बचत 8,500 करोड़ रुपये से अधिक हो सकती है।"

    अमृत फार्मेसियां देश भर के सभी एम्स परिसरों और राष्ट्रीय महत्व के अन्य संस्थानों में मौजूद हैं। नड्डा ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड (एचएलएल) से अमृत दुकानों की संख्या दोगुनी करके कम से कम 500 करने का आग्रह किया।

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