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    उत्तर भारत में सांसों पर संकट बरकरार, दिल्ली-NCR में अभी नहीं मिलेगी राहत; यूपी समेत इन राज्यों के हालात खराब

    Updated: Fri, 24 Oct 2025 05:45 AM (IST)

    दीवाली के चार दिन गुजरने के बाद भी उत्तर भारत में सांसों पर संकट बरकरार है। गुरुवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की ओर से जारी वायु गुणवत्ता सूचकांक(एक्यूआइ) में उत्तर भारत के कईशहरों की हवा बेहद खराब रही। इस बीच पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में पराली जलाने का सिलसिला थम नहीं रहा है। पंजाब में बुधवार को 79 स्थानों पर पराली जलाई गई।

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    दीवाली के चार दिन गुजरने के बाद भी उत्तर भारत में सांसों पर संकट बरकरार है (फोटो- रॉयटर)

    जागरण टीम, नई दिल्ली। दीवाली के चार दिन गुजरने के बाद भी उत्तर भारत में सांसों पर संकट बरकरार है। गुरुवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की ओर से जारी वायु गुणवत्ता सूचकांक(एक्यूआइ) में उत्तर भारत के कई शहरों की हवा बेहद खराब रही।

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    पंजाब में बुधवार को 79 स्थानों पर पराली जलाई गई

    विशेष रूप से एनसीआर, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब में वायु प्रदूषण बहुत खराब ही श्रेणी में रहा। इस बीच पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में पराली जलाने का सिलसिला थम नहीं रहा है। पंजाब में बुधवार को 79 स्थानों पर पराली जलाई गई।

    उत्तर प्रदेश के सीतापुर में पराली जलाई गई

    उधर उत्तर प्रदेश के सीतापुर में पराली जलाने के आरोप में छह किसानों पर ढाई ढाई हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया। दिल्ली की वायु गुणवत्ता में गुरुवार को हल्का सुधार देखा गया, लेकिन हवा अभी भी बहुत खराब श्रेणी में बनी हुई है। दिल्ली में औसत एक्यूआइ पराह्न चार बजे 305 दर्ज किया गया।

    हरियाणा की हवा लगातार प्रदूषित हो रही है

    सीपीसीबी के बनाए समीर ऐप के अनुसार राजधानी में 38 निगरानी स्टेशनों में से 23 में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' दर्ज की गई। जबकि 14 निगरानी स्टेशनों में हवा की गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी में थी। उधर हरियाणा की हवा लगातार प्रदूषित हो रही है।

    गुरुवार को सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार देश के दस सबसे प्रदूषित शहरों में हरियाणा के पांच शहर शामिल रहे। इनमें बहादुरगढ़ (325), धारूहेड़ा (322), जींद (302), रोहतक (299), फरीदाबाद (298) और चरखी दादरी (268) प्रमुख हैं। हालांकि मेरठ के बाद अंबाला देश में 11वें नंबर पर है। वहां गुरुवार को औसत एक्यूआइ 253 रहा।

    बता दें बुधवार-गुरुवार की रात जींद का एक्यूआइ 400 पार कर गया था। हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने संवेदनशील शहरों में कड़ी निगरानी, वाहनों के धुएं पर नियंत्रण, कचरा न जलाने और धूल दमन के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश जारी किए हैं।

    राजस्थान में धौलपुर सबसे प्रदूषित शहर रहा

    उधर पंजाब के अमृतसर, लुधियाना और जालंधर में गुरुवार को एक्यूआइ 300 से ऊपर अर्थात बहुत ही खराब श्रेणी में रहा। उत्तर प्रदेश में नोएडा और मेरठ में गुरुवार को एक्यूआइ क्रमश: 276 और 300 दर्ज किया गया। राज्य में मेरठ को सर्वाधिक प्रदूषित रहा। राजस्थान में धौलपुर सबसे प्रदूषित शहर रहा। यहां एक्यूआइ 311 दर्ज किया गया।