मोंथा चक्रवात को लेकर ओडिशा में अलर्ट: NDRF ने संभाला मोर्चा, 40 फायर सर्विस टीम तैनात
ओडिशा में मोंथा चक्रवात के खतरे को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है। एनडीआरएफ और 40 फायर सर्विस टीमों को तैनात किया गया है। सरकार आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है, और राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है। मौसम विभाग ने भारी बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी दी है।

फायर सर्विस टीम
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव का क्षेत्र 28 तारीख तक चक्रवात का रूप लेने वाला है। इसे देखते हुए राज्य अग्निशमन विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। विभाग की ओर से दक्षिण ओडिशा के लिए कुल 40 फायर सर्विस टीमों को तैनात किया गया है, वहीं एनडीआरएफ ने भी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
एनडीआरएफ की तीन टीमें आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम और विशाखापट्टनम (वाइजाग) भेजी गई हैं, जो चक्रवात के बाद राहत और बचाव कार्य में हिस्सा लेंगी।
जानकारी के अनुसार, दक्षिण ओडिशा में भारी से अति भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। 27 तारीख को मलकानगिरि, कोरापुट, नवरंगपुर, कालाहांडी, रायगड़ा, गजपति, गंजाम और कंधमाल जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इन आठ जिलों के लिए क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
इस स्थिति से निपटने के लिए राज्य अग्निशमन विभाग ने कुल 40 टीमों को तैयार रखा है। हर टीम के पास एक फायर ब्रिगेड वाहन, नाव, ओबीएम इंजन, लगभग चार पावर सॉ, लाइफ बॉय, लाइफ जैकेट, पंप और वाहन के लिए पर्याप्त ईंधन की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक टीम में एक फायर ऑफिसर, चार फायरमैन, एक हवलदार और एक चालक को नियुक्त किया गया है।
सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द करने की प्रक्रिया शुरू
इन टीमों को उपरोक्त जिलों में जिम्मेदारी के साथ तैनात किया गया है। राज्य के सभी फायर स्टेशन में एक टीम को सतर्क रखा गया है और आवश्यक उपकरणों का भंडारण सुनिश्चित किया गया है। सभी फायर अधिकारियों की छुट्टियां रद्द करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
कटक मंडल में स्थित एनडीआरएफ की ओर से कुल 13 टीमों को तैयार रखा गया है। इनमें से एक टीम आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम और दो टीमें विशाखापट्टनम भेजी गई हैं। प्रत्येक टीम में तीन अधिकारी और 32 जवान शामिल हैं।
टीमों को नाव, ओबीएम इंजन, पेड़ काटने के उपकरण, रस्सियां, डीप डाइविंग सेट, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि से सुसज्जित किया गया है। हर टीम के पास एक बोलेरो, एक बस और एक ट्रक भी है। एनडीआरएफ की इन तीन टीमों का नेतृत्व सेकंड-इन-कमांडेंट डॉ. तीर्थवासी साहू कर रहे हैं।

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