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    Odisha News: सरकारी वेंटीलेटरों से कमाई कर रहे प्राइवेट अस्पताल, सरकारी खजाने को हो रहा नुकसान

    Updated: Wed, 13 Aug 2025 04:01 PM (IST)

    राउरकेला में कोरोना काल के दौरान खरीदे गए 27 वेंटिलेटरों का निजी अस्पतालों द्वारा दुरुपयोग किया जा रहा है। विधायक की शिकायत के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की है। आयुष्मान भारत कार्ड के माध्यम से इलाज हो रहा है लेकिन सरकारी वेंटिलेटरों का उपयोग करके सरकार से ही पैसे वसूले जा रहे हैं।

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    निजी अस्पतालों में सरकारी वेंटीलेटरों का उपयोग

    जागरण संवाददाता, राउरकेला। काेरोना संक्रमण के समय सरकार की ओर से शांति मेमोरियल अस्पताल, हाइटेक मेडिकल कॉलेज अस्पताल व जेपी अस्पताल को कोरोना अस्पताल बनाया गया था। आपातकालीन स्थिति में मरीजों के इलाज के लिए दो करोड़ की लागत पर 27 वेंटीलेटर खरीदे गए थे। कोराना संक्रमण खत्म होने के बाद भी निजी अस्पतालों में वेंटीलेटरों का उपयोग पूर्ववत हो रहा है एवं इससे लाखों की कमाई की जा रही है।

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    वेंटीलेटर के एवज में सरकारी कोष में कुछ भी जमा नहीं हो रहा है। रघुनाथपाली के विधायक दुर्गा तांती ने पत्र लिखकर स्वास्थ्य विभाग का ध्यान आकृष्ट करने के साथ ही आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया था, लेकिन इस पर भी पहल नहीं हुई।

    कोराेना काल में राज्य में बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना में बीजू स्वास्थ्य कार्ड राशन कार्ड धारकों को मिले थे। अब इनकी जगह आयुष्मान भारत कार्ड मिला है एवं लोगाें का इलाज इससे निजी अस्पतालों में भी हो रहा है। आईजीयू एवं वेंटीलेटर में रखकर इलाज के दौरान सरकार की ओर से दिए गए वेंटीलेटर का भी उपयाेग हो रहा है। इसके एवज में खर्च दिखाकर कार्ड के जरिए सरकारी कोष से वसूली की जा रही है।

    सरकारी मशीन का उपयोग कर सरकार से पैसे वसूली को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। अब आयुष्मान भारत कार्ड से भी वेंटीलेटर के उपयोग का चार्ज वसूला जा रहा है। वेंटीलेटर ही नहीं बल्कि सरकार की ओर से कोराेनाकाल में अन्य जीवन रक्षक उपकरण भी दिए गए थे, जिनका निजी अस्पतालों में उपयोग हो रहा है।

    विधायक दुर्गा तांती की शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से निजी अस्पतालों को वेंटीलेटर वापस करने के लिए पत्र लिखा गया था, लेकिन अब वे 27 वेंटीलेटर किस हाल में और कहां हैं? इनकी जानकारी जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी व विभाग के पास नहीं हैं।