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    बिहार में सरकार बनाने का खाका तैयार, कैबिनेट में किसका रहेगा दबदबा-कौन बनेगा CM? ये है फॉर्मूला

    Updated: Sun, 16 Nov 2025 04:27 PM (IST)

    बिहार में नई सरकार बनाने की तैयारी चल रही है। गठबंधन दलों के बीच बैठकों का दौर जारी है, जिसमें कैबिनेट में किस दल का दबदबा रहेगा और मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इस पर चर्चा हो रही है। मुख्यमंत्री पद के लिए कई नेता अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। सबकी निगाहें सरकार गठन पर टिकी हैं।

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    बिहार में सरकार बनाने का खाका तैयार (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार में नई सरकार बनाने की तैयारियों लगभग पूरी हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक, इस बार कैबिनेट में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को ज्यादा स्थान मिलेगा, जबकि नीतिश कुमार मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे। NDA की बैठक में यह फॉर्मूला तय हुआ, जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की।

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    BJP और JDU से कितने मंत्री?

    जानकारी के अनुसार, नई सरकार में BJP से 15-16 मंत्री शामिल किए जा सकते हैं। वहीं, JDU के करीब 14 मंत्रियों को कैबिनेट में जगह दी जाएगी। 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में हाल ही में हुए दो चरणों के चुनावों में BJP 89सीट, जबकि JDU 85 सीट जीती है।

    लोक जनशक्ति पार्टी (R) ने 19 सीटें जीती हैं और उसे तीन मंत्री पद मिल सकते हैं। वहीं जीतन राम मांझी की हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (सेक्युलर) जिसने 5 सीटों में जीत दर्ज की है और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा जिसे 4 सीटें मिली, इन दोनों पार्टियों को एक-एक मंत्री पद मिलने की संभावना है।

    कब होगा शपथ ग्रहण समारोह?

    बैठक में यह सिद्धांत भी तय किया गया कि हर 6 विधायकों पर एक मंत्री पद दिया जाएगा। शपथ ग्रहण समारोह 19 या 20 नवंबर को होने की उम्मीद है। NDA ने इस चुनाव में कुल 202 सीटें जीतकर बड़ी जीत दर्ज की है और BJP लगभग 95% स्ट्राइक रेट के साथ बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

    महागठबंधन में RJD, कांग्रेस और तीन वाम दल शामिल थे वो 35 सीटों का आंकड़ा भी पार नहीं कर सका। प्रशांत किशोर की जन सुराज ने 28 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन एक भी सीट नहीं जीत पाई। वहीं, AIMIM को 5 सीटों पर जीत मिली है।

    विपक्षा का SIR वाला मुद्दा

    विपक्ष ने चुनाव आयोग और मतदाता सूची के 'स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन' (SIR) पर सवाल उठाए। वहीं, NDA ने कहा कि जनता ने उनके काम पर विश्वास जताया है और विपक्ष को नाकारात्मक राजनीति के लिए सबक दिया है। BJP का दावा है कि बिहार की यह जीत पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में होने वाले अगले साल के चुनावों में NDA के लिए रास्ता आसान करेगी।