'फिर पोलिंग बूथ पर क्या कर रहे थे कांग्रेस के एजेंट?' राहुल गांधी के वोट चोरी वाले आरोप पर EC का जवाब
चुनाव आयोग आगामी चुनावों की तैयारियों में लगा है, जिसका उद्देश्य निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करना है। राहुल गांधी ने आयोग से स्वतंत्र रूप से कार्य करने की उम्मीद जताई है, क्योंकि निष्पक्ष चुनाव लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण हैं। आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से सहयोग करने और मतदाताओं को जागरूक करने का आग्रह किया है।

राहुल गांधी के आरोपों पर चुनाव आयोग का जवाब?
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से हरियाणा चुनाव में वोट चोरी के लगाए गए आरोपों पर सख्त जवाब दिया है और कहा कि यदि मतदान केंद्र पर आने वाले किसी मतदाता की पहचान संदिग्ध थी तो मतदान केंद्रों पर तैनात कांग्रेस पार्टी के एजेंट क्या कर रहे थे।
क्यों नहीं इसे लेकर अपनी आपत्तियों को दर्ज कराई। आयोग ने इसका साथ ही राहुल गांधी से पूछा क्या है कि क्या उनके मतदाता सूची की गड़बड़ियों के साथ ही डुप्लीकेट, मृत व स्थानांतरित मतदाताओं के उनके मुद्दे के मायने यह समझे जाएं कि वह अब एसआइआर का समर्थन में आ गए है। जिसका पहले वह विरोध कर रहे थे।
राहुल के आरोपों पर चुनाव आयोग का जवाब
आयोग ने बुधवार को राहुल गांधी के आरोपों के बाद अपनी सधी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हरियाणा में मतदाता सूची के पुनरीक्षण के दौरान एक भी आपत्तियां नहीं दर्ज कराई गई थी। सही बात मतदाता सूची की अशुद्धियों को लेकर तो इसके मद्देनजर ही देश भर में एसआइआर का काम शुरू कराया गया है।
बिहार में भी कांग्रेस ने नहीं दर्ज कराई एक भी आपत्ति
बिहार में काम पूरा कर लिया गया है। लेकिन वहां भी कांग्रेस पार्टी की ओर से एक भी आपत्ति नहीं दर्ज कराई गई। आयोग से जुड़े सूत्रों की मानें तो लोगों का दावा यह है कि राहुल गांधी जिन डुप्लीकेट मतदाताओं की बात कर रहे है, वह कांग्रेस पार्टी के वोटर है। ऐसे में राहुल गांधी किस आधार पर यह बात कर रहे है कि ये डुप्लीकेट मतदाता भाजपा के थे।
आयोग ने इस दौरान राहुल गांधी की ओर से मकान नंबर जीरो को लेकर उठाए गए सवालों पर जवाब दिया और कहा कि जहां घरों को पंचायत और नगर निगमों की ओर से कोई मकान नंबर नहीं दिए जाते है, उन सभी मकानों का नंबर जीरो ही लिखा जाता है।

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