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Karnataka News: लक्ष्मण सावदी बोले- राजनीति में कोई संत या संन्यासी नहीं होता; मंत्री पद न मिलने पर कही यह बात

कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी ने कहा कि राजनीति में कोई संत या संन्यासी नहीं होता। उन्होंने सिद्दरमैया मंत्रिमंडल में जगह न मिलने पर भी नाराजगी जताई। बता दें सावदी ने भाजपा के लिंगायत वोट बैंक को कांग्रेस की तरफ करने में महत्वपू्र्ण भूमिका निभाई थी।

By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Mon, 29 May 2023 04:03 PM (IST)
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कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी ने कहा- राजनीति में कोई संत या संन्यासी नहीं होता
बेलगावी, आइएएनएस। कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी ने कहा कि राजनीति में कोई भी संत या संन्यासी नहीं होता है। सावदी चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। हालांकि, उन्हें सिद्दरमैया मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल पाई।

सावदी ने भाजपा के लिंगायत वोट बैंक को तोड़ने में की मदद

लक्ष्मण सावदी ने भाजपा के लिंगायत वोट बैंक को तोड़ने में मदद की। हालांकि, उन्हें फिर भी कैबिनेट में जगह नहीं दी गई। सावदी ने पहली बार कैबिनेट पद से वंचित किए जाने पर नाखुशी जताई। उन्होंने पत्रकारों से कहा, 

मुख्यमंत्री सिद्दरमैया के मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री सहित 34 मंत्री हैं। इस बार कांग्रेस के अनुभवी नेताओं को चुना गया है और उन्हें प्रतिनिधित्व दिया गया है। हम हाल ही में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं। राजनीति में दृष्टि और धैर्य होना चाहिए। अगर ये दोनों चीजें बरकरार हैं, तो कोई भी राजनीति कर सकता है। मुझे उम्मीदें थीं। राजनीति में कोई भी साधु या संन्यासी नहीं होता। हर किसी की इच्छा मंत्री, डिप्टी सीएम या सीएम बनने की होती है।"

सावदी ने भाजपा उम्मीदवार को 70 हजार मतों से हराया

लक्ष्मण सावदी ने कहा कि जो एक न्यायाधीश है, वह अदालत में पट्टे वाला (कर्मचारी) नहीं बन सकता है। सूत्र बताते हैं कि पार्टी ने उन्हें एक बोर्ड या एक निगम का अध्यक्ष बनने की पेशकश की थी और उन्होंने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। सावदी ने बेलगावी जिले की अथानी सीट से भाजपा उम्मीदवार को 70,000 मतों के भारी अंतर से हराया था।