लाल किला धमाका के लिए कौन जिम्मेदार? कांग्रेस का केंद्र पर निशाना, पीएम मोदी से की ये मांग
कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके की जिम्मेदारी केंद्र सरकार से मांगी है। पार्टी ने सुरक्षा में चूक का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री मोदी से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है। कांग्रेस ने यह भी पूछा कि सरकार पहलगाम हमले के बाद घोषित 'न्यू नॉर्मल' नीति पर कायम है या नहीं। पार्टी ने संसद सत्र को भी जल्द बुलाने की मांग की है।

पवन खेड़ा। (फाइल)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने राजधानी दिल्ली के लाल किले के पास सोमवार को कार धमाके के जरिए किए गए आतंकी हमले की जवाबदेही तय करने की केंद्र सरकार से मांग करते हुए सुरक्षा और खुफिया चूक को लेकर सवाल उठाए हैं।
साथ ही पार्टी ने इस गंभीर आतंकी हमले के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से तत्काल सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग करते हुए संसद का शीत सत्र भी निर्धारित एक दिसंबर से पूर्व जल्द बुलाए जाने की भी पैरोकारी की है।
कांग्रेस ने सरकार से इसका जवाब भी मांगा है कि पहलगाम हमले के बाद सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ अपने द्वारा तय किए गए ''न्यू नार्मल'' की नीति पर क्या कायम है जिसके तहत भविष्य में किसी भी आतंकवादी हमले को भारत के खिलाफ ''युद्ध की कार्रवाई'' माना जाता है।
कैबिनेट ने 48 घंटे बाद घोषणा की कि आतंकी हमला था- कांग्रेस
सरकार द्वारा बुधवार रात केंद्रीय कैबिनेट के प्रस्ताव में लाल किला धमाके को आतंकी कार्रवाई मानने के बाद कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने गुरूवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पार्टी का यह रूख जाहिर किया। हैरानी जताते हुए उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी गंभीर घटना के बावजूद आश्चर्यजनक यह है कि कैबिनेट ने 48 घंटे बाद घोषणा की कि यह एक आतंकवादी हमला था।
2900 किलोग्राम विस्फोटक फरीदाबाद कैसे पहुंच गया- खेड़ा
खेड़ा ने सरकार से जवाब मांगा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की कड़ी निगरानी में सुरक्षा व खुफिया एजेंसियों की राजधानी में मौजूदगी के बावजूद 2900 किलोग्राम विस्फोटक फरीदाबाद कैसे पहुंच गया और लाल किले के पास एक कार में इतना विस्फोटक था इसकी जिम्मेदारी कौन ले रहा है और क्या जवाबदेही तय की जा रही है?
पहलगाम हमले से क्या सीख ली- खेड़ा
जवाबदेही तय करने की मांग करते हुए खेड़ा ने याद दिलाया कि मुंबई आतंकवादी हमले के बाद यूपीए सरकार के तत्कालीन गृहमंत्री शिवराज पाटिल ने इस्तीफा दे दिया था। पवन खेड़ा ने कहा कि पहलगाम हमले को खुफिया विफलता माना गया था तो सरकार ने इससे क्या सीखा और लाल किला के निकट हुए अगले हमले को रोकने में क्यों असफल रही?
दिल्ली हमले पर सर्वदलीय बैठक बुलाए सरकार- कांग्रेस
साथ ही कहा कि अब जब धमाकों को आधिकारिक रूप से आतंकवादी हमला कहा जा चुका है तो देश यह जानने का हकदार है कि क्या प्रधानमंत्री द्वारा पहलगाम हमले के बाद घोषित “नई सामान्य स्थिति'' सिद्धांत के अनरूप इस हमले के प्रति सरकार की प्रतिक्रिया में दिखाई देगी और हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाएगी।
इस हमले के मद्देनजर प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि इससे राष्ट्रीय एकजुटता और आतंक के खिलाफ देश की प्रतिबद्धता को मजबूती मिलेगी।
हमले की जिम्मेदारी कौन लेगा- खेड़ा
कांग्रेस की ओर से संसद का सत्र तय समय से पहले बुलाने की मांग करते हुए कहा कि यह हमला एक गंभीर चुनौती है जिस पर संसद में चर्चा होनी चाहिए। खेड़ा ने कहा कि जब भी कोई आतंकी हमला हुआ कांग्रेस हमेशा सरकार के साथ खड़ी रही है और भविष्य में भी रहेगी मगर यह हमारा कर्तव्य है कि हम सवाल पूछें कि यह किसकी विफलता है और इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।

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