Vice Presidential Election Result: क्रॉस वोटिंग, आंतरिक मतभेद और नंबर गेम... उपराष्ट्रपति चुनाव रिजल्ट की Inside Story
उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए ने विपक्षी गठबंधन को तोड़ने में सफलता पाई। एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को 452 वोट मिले जो एनडीए के वोटों से अधिक हैं। भाजपा के अनुसार कई विपक्षी नेताओं ने राधाकृष्णन को वोट देने का वादा किया था। इंडिया गठबंधन को 300 वोट ही मिले जिससे विपक्षी गठबंधन में अंदरूनी मतभेद सामने आए। राधाकृष्णन शुक्रवार को उपराष्ट्रपति पद की शपथ ले सकते हैं।

नीलू रंजन, नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए विपक्षी भारतीय गठबंधन को तोड़ने में कामयाब रहा और यह आंकड़ों में साफ तौर पर दिखा। लेकिन अनुमान इससे भी बड़ी जीत का था। एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को 452 वोट मिले जो एनडीए के अपने वोटों से कहीं ज्यादा हैं। लेकिन, चुनाव पूर्व तैयारियों के मुताबिक अनुमान 365-370 वोटों का था।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, कांग्रेस समेत कई वरिष्ठ विपक्षी नेताओं ने राधाकृष्णन को वोट देने का वादा किया था। उपराष्ट्रपति चुनाव से जुड़े एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, एनडीए के अपने वोट 427 थे, अगर वाईएसआर कांग्रेस के 11 वोट जोड़ दें तो यह संख्या 438 पहुंचती है। लेकिन राधाकृष्णन को इससे 14 वोट ज्यादा मिले, यानी कुल 452 वोट।
एनडीए के 10 वोट अवैध घोषित कर दिए गए। वरना राधाकृष्णन को मिले वोटों की संख्या 462 होती। उनके मुताबिक, करीब 30 विपक्षी नेताओं ने राधाकृष्णन को वोट देने का वादा किया था। इनमें विपक्षी गठबंधन के साथ खड़े निर्दलीय सांसदों के साथ-साथ कांग्रेस के दो बड़े नेता भी शामिल हैं।
हालांकि, उन्होंने इन नेताओं के नाम नहीं बताए। भाजपा को राधाकृष्णन को 465 से 470 वोट मिलने की उम्मीद थी। यह भी एक सवाल है कि चुनाव पूर्व तैयारियों के बावजूद, कुछ सदस्यों ने वोट डालने में पूरी सावधानी क्यों नहीं दिखाई। तकनीकी आधार पर उनके वोट क्यों रद्द कर दिए गए?
वहीं, इंडियाएए गठबंधन के पास एकजुट होकर 315 वोट दिख रहे थे। आम आदमी पार्टी के सांसदों को जोड़ने पर यह आँकड़ा 323 तक पहुंच जाता है। मतदान समाप्त होने के बाद, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने दावा किया कि इंडियाएए के सभी 315 सांसद मौजूद थे और उन्होंने मतदान किया। लेकिन जस्टिस रेड्डी को मिले 300 वोटों ने बाहर से एकजुट दिखाई देने वाले विपक्षी गठबंधन में अंदरूनी मतभेदों को उजागर कर दिया।
कल हो सकता है राधाकृष्णन का शपथ ग्रहण समारोह
नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन शुक्रवार को शपथ ले सकते हैं। राष्ट्रपति भवन में इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। राष्ट्रपति भवन के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, अभी अंतिम कार्यक्रम तय नहीं हुआ है। लेकिन, शुक्रवार को ध्यान में रखकर तैयारियाँ चल रही हैं।
दरअसल, गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के दौरे पर रहेंगे और उसके बाद बनारस जाएंगे। जहां उनकी मॉरीशस के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय शिखर वार्ता होनी है। इसी को ध्यान में रखते हुए शपथ ग्रहण की तारीख शुक्रवार तय की गई है।
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