Punjab Flood: अमृतसर के रमदास कस्बे में रावी नदी का बढ़ा जलस्तर, धुस्सी बांध फिर टूटा; इलाके में दोबारा आई बाढ़
अमृतसर के रमदास कस्बे में रावी नदी में जलस्तर बढ़ने से धुस्सी बांध फिर से टूट गया जिससे इलाके में दोबारा बाढ़ आ गई। पहले भी पानी की मार झेल चुके लोगों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है फसलें खराब हो गई हैं और घरों को क्षति पहुंची है। सरबजीत सिंह के अनुसार क्षेत्र में बिजली आपूर्ति भी दस दिन से बाधित है।

सरबजीत सिंह, अमृतसर। सरहदी कस्बा रमदास के लोगों की परेशानी कम होती नहीं दिख रही है। इलाके के लोगों ने नौ दिन तक लगातार रावी के पानी की दोहरी मार झेली। रावी दरिया में जलस्तर में तेजी से वृद्धि होने के कारण 27 अगस्त को नामिनी नाले पर बना बांध टूटने से कस्बे को पानी ने घेर लिया था।
इलाके के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुसने से स्थानीय लोगों को काफी नुकसान झेलना पड़ा था। दो तीन दिन पहले इलाके में पानी कम होने लगा था तो लोगों ने राहत की सांस ली थी, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि एक और आफत उनकी ओर तेजी से बढ़ रही है।
बुधवार दोपहर कस्बा रमदास और आसपास के गांव में चर्चा छिड़ गई थी कि बांध फिर से कमजोर हो रहा है। किसी समय भी यह टूट सकता है। वैसा ही हुआ और देर शाम को धुस्सी बांध टूट गया और बांध के नीचे से आए पानी ने एक बार फिर से रमदास को घेर लिया। इससे रमदास में एक बार फिर से पानी बढ़ने लगा।
इससे सड़कों पर ढाई से तीन फीट और गांवों में चार से पांच फीट तक पानी जमा हो चुका है। एक बार फिर से इलाके में पानी बढ़ने से लोग चिंतित हैं। लोगों का कहना है कि पहली बार ही पानी ने लोगों का काफी आर्थिक नुकसान कर दिया है। खेतों में खड़ी फसलें खराब हो चुकी हैं, गेहूं की बिजाई होना भी इस समय संभव दिख नहीं रहा है। इसके साथ ही पानी की मार के चलते कई घर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
अब अगर दोबारा से बाढ़ आई तो ऐसा नुकसान होगा कि लोगों का संभालना मुश्किल हो जाएगा। उधर, बाढ़ से प्रभावित सरहदी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बीते 10 दिन से बंद पड़ी हुई है। इलाके से पानी उतरने के बाद मंगलवार और बुधवार को पावरकाम के कर्मचारियों ने बिजली आपूर्ति शुरू करने का प्रयास किया, लेकिन फिर से बाढ़ आने के चलते उन्हें अपने प्रयास एक बार फिर से रोकने पड़े।
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