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    पंजाब में बाढ़ से हाहाकार, अमृतसर में बनीं चौकियों में फंसे 360 बीएसएफ जवान; रेस्क्यू ऑपरेशन तेज करने की मांग

    सांसद गुरजीत सिंह औजला ने अमृतसर के अजनाला में रावी नदी में आई बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने बताया कि चौकियों में लगभग 360 बीएसएफ कर्मी फंसे हुए हैं और उन्हें तत्काल मदद की जरूरत है। औजला ने केंद्र सरकार से बचाव अभियान में तेजी लाने और फंसे हुए लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाने का आग्रह किया।

    By akhilesh kumar Edited By: Nitish Kumar Kushwaha Updated: Thu, 28 Aug 2025 05:30 PM (IST)
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    अमृतसर में बनीं चौकियों में फंसे 360 बीएसएफ कर्मी।

    संवाद सहयोगी, अमृतसर। रावी दरिया से आए बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे सांसद गुरजीत सिंह औजला ने बताया कि अमृतसर के अजनाला हल्के में बनीं चौकियों में तकरीबन 360 बीएसएफ कर्मी फंसे हैं। जिन्हें तुरंत रेसक्यू करने की जरूरत है। सांसद गुरजीत सिंह औजला ने प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री भगवंत मान से तुरंत हस्तक्षेप करने और रेस्क्यू आप्रेशन के तेज करने की मांग की है।

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    इस दौरान उनके साथ पूर्व विधायक हरप्रताप सिंह अजनाला, कमांडेंट राजेश राणा सहित अन्य मौजूद थे। सांसद गुरजीत सिह औजला ने आज अजनाला हल्के के गांवों भैणियां, माझी म्यों, गुलगड़, सारंगदेव, खानवाल, छन्ना सारंगदेव, हाशमपुरा, अकबरपुरा, आवान बसाउ, घोगा, बल्ल लब्बे दरिया, साहोवाल, चक्क बाला, जगदेव खुर्द, अलीवाल कोटली, भैणी गिल, कमीरपुरा, दरिया मूसा, गग्गोमाहल, सुल्तान माहल कल्लोमाहल, में दौरा किया।

    इस दौरान सांसद गुरजीत सिंह औजला ने लोगों से मुलाकात की, लोगों को पीने का पानी, राशन सहित डीजल भी मुहैया करवाया। सासंद गुरजीत सिंह औजला ने चौकियों का दौरा करने हुए जानकारी दी कि आज वो बीएसएफ की बीओपी शाहपुर में सबसे पहले पहुंचे जहां कोटरायजादा और बेदी छन्ना से पानी क्रास करके बाकी गावों में आ गया है।

    जानी नुक्सान बीएसएफ के 60 बीओपी दरिया मनसूर, बदाई चीमा पोस्ट बीओपी में 50, 32 कोट रायजादा, 40 छन्ना बीओपी, 15 छन्ना पत्तन, 80 पंच गरायियां, 80 धर्मशाला नियल नंगल सोद, 9 जवान छन्ना रोड पर पीर बाबा की मजार पर चढ़े हैं जो कि रेस्कयू के लिए गए थे और वहीं फस गए। दो गाड़ियां 407 और एक बोलैरो भी फसी है।

    इसके अतिरिक्त 4 से 5000 के करीब सिविलियन फसे हैं। सिविलियन रमदास, घोनेवाल, माछीवाल, जट्टा, नसोके, संगोके, पंच गरायियां, कोट रायजादा, गग्गड़, घुमराए, मनकपुर, बेदी छन्ना, चंडीगढञ आबादी, दरिया मूसा, रूढ़ेवाल, मलकपुर, दूजोवाल, सूपियां, थोबा, गग्गोमाहल सहित इनके आस पास के गांवों के लोग छतों पर खड़े हैं और रेस्कयू के लिए प्रतीक्षा कर रहे हैं।

    सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि वह खुद इन गावों के आस-पास जाकर आए हैं और प्रशासन कहीं नहीं है सिर्फ मीडियां में खबरें देने के लिए ही जाया जा रहा है। सांसद औजला ने कहा कि रेस्कयू आप्रेशन उंठ के मुंह में जीरा देने जितना है जो कि कहीं भी असर नहीं दिखा रहा।

    इस समय जरुरत है लोगों को भरपूर मदद की और बिना किसी राजनीति के लोगों का साथ देने की जरुरत है वो खुद भी लोगों को एक दूसरे का साथ देने की सलाह दे रहे हैं क्योंकि पानी लगातार बढ़ता जा रहा है।

    उन्होंने कहा कि बीएसएफ के जवानों का कहना है कि अगर उन्हें 2-3 मोटर बोट और पानी में चलने वाली मशीन दे दी जाए तो वह रेस्कयू बहुत हद तक कर सकते हैं वहीं एनडीआरएफ की टीमें भी लगाई जाएं। सांसद औजला ने कहा कि एक जवान को तैयार करने में करोडों रुपए लगते हैं जो कि इस समय फसे हैं वहीं सिविलियन, बच्चे सब फंसे हुए हैं।

    सांसद गुरजीत सिंह औजला कहा कि उन्होंने आज तक रावी नदिया का ऐसा प्रकोप नहीं देखा जो कि आज देख रहे हैं। यहां तुरंत आर्मी की जरुरत है। उन्होंने कहा कि पानी का स्तर बढ़ सकता है और लोग छतों पर हैं उनका जानी नुकसान हो सकता है इसीलिए तुरंत केंद्र सरकार और राज्य सरकार ध्यान दे।

    उन्होंने कहा कि रावी के पार भी लोग फसे हैं और वह सुबह से अजनाला हल्के में घूम रहे हैं लेकिन कोई भी सरकारी नुमाइंदा जवाब नहीं दे रहा है। उन्होंने ट्रैक्टर तक बह रहे हैं ऐसे में जानी नुक्सान होने का ज्यादा खतरा है इसीलिए सरकार को जल्द से जल्द इलाके में ध्यान देना चाहिए।